महाराष्ट्र में मुंबई के अटल सेतु को लेकर राजनीति गरमा गई है। मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) यानी अटल सेतु को लेकर अफवाह फैलाई जा रही हैं कि पुल में दरारें आ गई हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को अटल ब्रिज का दौरा किया। पटोले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यह बेहद चिंताजनक है कि जिस अटल सेतु पुल का उद्घाटन सिर्फ तीन महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, उसमें दरार आ गई है।
पटोले ने क्या कहा था?
पटोले के पोस्ट पर संज्ञान लेते हुए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने स्पष्टीकरण दिया है। प्राधिकरण की तरफ से कहा गया है, “हमने यह पाया है कि अटल सेतु पुल के मुख्य भाग में कोई दरार नहीं है, लेकिन अफवाहें फैलाई जा रही हैं। कृपया अफवाहों पर विश्वास न करें। अटल सेतु को जोड़ने वाली एप्रोच रोड पर मामूली दरारें पाई गई हैं। उक्त फुटपाथ मुख्य पुल का हिस्सा नहीं है, बल्कि पुल को जोड़ने वाली सर्विस रोड है। यह भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि दरारें परियोजना में संरचनात्मक दोषों के कारण नहीं हैं और पुल की संरचना के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करती हैं।”
पटोले ने अपने पोस्ट में कहा, “बड़ी संख्या में दरारें आने से यात्रियों में दहशत का माहौल है। बिहार में नवनिर्मित पुल के गिरने की घटना तो ताजा है, लेकिन सरकार के कामकाज पर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि मुंबई में भी यह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कांग्रेस पार्टी के आंदोलन के तहत सरकार की भ्रष्ट कार्यप्रणाली को उजागर करने के लिए मैंने अपने सहयोगियों के साथ इस पुल का निरीक्षण किया। मामला बेहद गंभीर है और हमारी मांग है कि हाईकोर्ट इस पर तुरंत संज्ञान ले और मामले की जांच कराये।”
दरारों को लेकर प्राधिकरण ने बताई ये वजह?
प्राधिकरण के बयान में कहा गया कि 20 जून, 2024 को ऑपरेशन और रखरखाव टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान रैंप 5 (मुंबई की ओर रैंप) पर तीन स्थानों पर किनारों के पास सड़क की सतह पर छोटी दरारें पाई गईं। ये दरारें छोटी हैं और सड़क के किनारे स्थित हैं। जो 24 घंटे के भीतर पूरा हो जाएगा। यह काम यातायात में कोई व्यवधान पैदा किए बिना किया जा रहा है। अटल सेतु भारत का सबसे बड़ा पुल है।
अटल सेतु पैकेज 4 के प्रोजेक्ट हेड कैलाश गणतारा ने कहा, “यह एक सर्विस रोड है। यह एक अस्थायी कनेक्टिंग रैंप की तरह था। यह मुख्य पुल का कनेक्टिंग हिस्सा है जिसे आखिरी समय में बनाया गया है। चूंकि, यह खाड़ी के पास है और मिट्टी के जमने के कारण ये छोटी-छोटी दरारें हैं। इन दरारों को भरने का काम पहले से ही चल रहा है। यह कल शाम तक पूरा हो जाएगा। कोई यातायात बाधित नहीं है। जनता को कोई असुविधा नहीं है…”