अदाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. प्रीति अदाणी ने रविवार को कहा कि अदाणी फाउंडेशन ने लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखरने के 28 साल पूरे कर लिए हैं।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी की पत्नी प्रीति अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह मुकाम हासिल करने में योगदान के लिए अपनी टीम के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।
प्रीति अदाणी ने पोस्ट में लिखा, “लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरने के 28 साल पूरे करने के मौके पर मैं देश भर में काम कर रहे हमारी टीम के 800 से ज्यादा सदस्यों को उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देती हूं।”
प्रीति अदाणी ने कहा, “साथ मिलकर, आज हमने कई मुकाम हासिल किए हैं और अब हमारी नजरें अगले मुकाम पर हैं। हमें आगे बढ़ते रहना है।”
प्रीति अदाणी एक शिक्षाविद हैं। उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की है। वह दो दशक से अदाणी फाउंडेशन की प्रमुख हैं जो उनकी परिकल्पना का परिणाम है। इस माध्यम से वह सुनिश्चित कर रही हैं कि अदाणी समूह यथासंभव ज्यादा से ज्यादा लोगों की जिंदगी बदल रहा है।
अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड (एपीएसईजेड) के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने लिखा, “अदाणी फाउंडेशन द्वारा साल दर साल संभव बनाई गई समृद्धि का साक्षी बनना सौभाग्य की बात है। हैप्पी अदाणी फाउंडेशन डे।”
वर्तमान में फाउंडेशन की उपस्थिति देश के 19 राज्यों में 6,769 गांवों तक है। उसने अब तक 91 लाख लोगों की मदद की है।
अदाणी फाउंडेशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि स्थापना दिवस के मौके पर उसने आज देश के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा जांच शिविरों का आयोजन किया।
पोस्ट में कहा गया है, “हम भलाई की हमारी यात्रा के 28 साल का जश्न मना रहे हैं। इस मौके पर हम हर जरूरतमंद को जरूरी चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।”
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने हाल ही में एक संबोधन में कहा कि उनकी कंपनी की शीर्ष प्राथमिकताओं में स्वास्थ्य सेवाएं, पोषण और कौशल उपलब्ध कराना शामिल हैं।
गौतम अदाणी ने कहा, “स्वास्थ्य पहुंच कार्यक्रम, जिसमें मोबाइल स्वास्थ्य सेवा इकाई और शिविर शामिल हैं, अब तक दूरदराज के इलाकों के 20 लाख लोगों तक जरूरी सेवा पहुंचा चुका है।”
‘सुपोषण’ परियोजना का लाभ 4,14,000 महिलाओं और बच्चों को मिल चुका है। इसमें भावी पीढ़ी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी पोषण उपलब्ध कराया जाता है।
अदाणी सक्षम कौशल विकास पहल के तहत 1,69,000 युवाओं को सशक्त बनाया गया है ताकि वे अपने उज्ज्वल भविष्य और संभावित उद्यमी बनने के लिए जरूरी कौशल हासिल कर सकें।