आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि दिल्ली की जल मंत्री आतिशी की तबीयत उनके अनिश्चितकालीन अनशन के चौथे दिन सोमवार को बिगड़ गई और डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी है। हालांकि, आतिशी ने हरियाणा द्वारा “दिल्ली के पानी का वाजिब हिस्सा” जारी किए जाने तक, प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के बावजूद अस्पताल में इलाज कराने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, “मेरा रक्तचाप और शर्करा का स्तर गिर रहा है और मेरा वजन भी कम हो गया है। कीटोन का स्तर बहुत अधिक है जो लंबे समय में हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। चाहे मेरे शरीर को कितना भी कष्ट क्यों न हो, मैं भूख हड़ताल तब तक जारी रखूंगी जब तक हरियाणा दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ता।”
इसबीच, तृणमूल कांग्रेस सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को आतिशी से मुलाकात की और कहा कि वे इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। तृणमूल प्रतिनिधिमंडल में सागरिका घोष, महुआ मोइत्रा और प्रतिमा मंडल शामिल थे, जिन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) की नेता से धरना स्थल पर मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘हम (जल संकट के मुद्दे पर) आतिशी जी का समर्थन करने आये हैं।”
मोइत्रा ने कहा, ‘‘(प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी इस बार (लोकसभा चुनाव में) बहुमत हासिल नहीं कर सके। हमें उम्मीद थी कि उनका अहंकार थोड़ा कम होगा और वह लोगों के लिए काम करेंगे। उन्होंने संविधान की शपथ ली है, लेकिन वह दिल्ली के लोगों को उनके संवैधानिक अधिकार नहीं दे रहे हैं।” तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे और हमें उम्मीद है कि इस संघर्ष से दिल्ली के लोगों को पानी का उनका वाजिब हिस्सा मिलेगा।”
इससे पहले, आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी का वजन और रक्तचाप तेजी से घट रहा है, जिसे लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सकों ने “खतरनाक” बताया है। बयान में कहा गया है, “जल मंत्री आतिशी का वजन भी अप्रत्याशित रूप से घट रहा है। 21 जून को भूख हड़ताल पर बैठने से पहले उनका वजन 65.8 किलोग्राम था, जो भूख हड़ताल के चौथे दिन घटकर 63.6 किलोग्राम रह गया है। यानी महज 4 दिनों में उनका वजन 2.2 किलोग्राम कम हुआ है।”
पार्टी ने कहा कि भूख हड़ताल के पहले दिन के मुकाबले चौथे दिन उनका शर्करा स्तर 28 यूनिट कम हुआ है। आप के बयान में कहा गया है, “इसके साथ ही उनका रक्तचाप का स्तर भी कम हो गया है। जल मंत्री आतिशी के रक्त शर्करा स्तर, रक्तचाप और वजन में जिस गति से कमी आई है उसे डॉक्टरों ने खतरनाक बताया है।” आप ने कहा कि डॉक्टरों ने आतिशी को उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है, लेकिन वह “अपनी जान जोखिम में डालकर” दिल्ली के हक के पानी के लिए लड़ रही हैं। डॉक्टरों की रिपोर्ट में कहा गया है कि “मरीज को अस्पताल में भर्ती होने और पानी पीने का परामर्श दिया गया है” लेकिन उसने इनकार कर दिया।
जल मंत्री ने दावा किया कि हरियाणा ने पिछले तीन हफ्तों में राष्ट्रीय राजधानी के लिए छोड़े जाने वाले यमुना के पानी में दिल्ली का हिस्सा 100 मिलियन गैलन प्रति दिन (एमजीडी) कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि 100 एमजीडी कम पानी मिलने की वजह से दिल्ली में पानी की कमी हो गई है, जिससे यहां के 28 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि वे इस बात पर विचार करेंगे कि क्या उनका राज्य शहर को अतिरिक्त पानी उपलब्ध करा सकता है।