बिहार सरकार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने अवैध हथियार लेकर चलने वालों को सीधे गोली मारने के अपने बयान पर शुक्रवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि कोई आम लोगों पर या पुलिस पर गोली चलाकर चला जाए और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहेगी. ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि रुपौली विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के चुनावी भाषण देने के दौरान उन्होंने जो बातें कही थी उसे अधूरे तरीके से वायरल किया गया. हमारे कहने का मकसद यही था कि अपराधियों के सामने हाथ पर हाथ धर के पुलिस नहीं बैठे रहेगी. अगर अपराधी गोली चलाएंगे पुलिस भी गोली चला सकती है. अपनी रक्षा के लिए और लोगों की रक्षा के लिए पुलिस गोली चलाएगी.
दरअसल, मंत्री दिलीप जायसवाल ने एक चुनावी भाषण में कहा था कि अवैध हथियार लेकर चलने वालों को सीधे गोली मार दी जाएगी. कैबिनेट में फैसला लिया गया है ऐसे मामलों में एसआईटी का गठन किया जाए. जायसवाल ने कहा कि उनके भाषण का सन्दर्भ पूर्णिया के भवानीपुर में गोपाल यादुका की गोली मारकर हत्या से था. उसी को लेकर उन्होंने अपराधियों के बढ़ते मनोबल पर बोला था कि ऐसे अपरधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस गोली चला सकती है.
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में एसआईटी गठन करने और अपराधियों पर नियंत्रण करने के बयान के वे साथ हैं. गौतलब है कि भवानीपुर में गोपाल यादुका हत्याकांड में जदयू छोड़कर राजद ज्वाइन करने वाली रुपौली की पूर्व विधायक बीमा भारती के बेटे का नाम आया है. बीमा के बेटे पर सुपारी देकर हत्या कराने का आरोप है.