अपहरण की जिस वारदात को पटना पुलिस ने शनिवार को महज 20 मिनट में सुलझाया और 8 लोगों को गिरफ्तार किया उसमें घटना के 24 घंटे बाद रविवार को एक ओर नया मोड़ आ गया. राजधानी के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के मांझी पार्क के समीप से एक व्यक्ति का अपहरण शनिवार को किया गया था. पुलिस ने शिकायत मिलने के तत्काल बाद महज 20 मिनट में दो कार में सवार कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं अपहृत युवक संजय कुमार राम को सकुशल बरामद कर मामले का खुलासा किया।
मामले में गिरफ्तार अपहर्ताओं के परिजन रविवार को थाना पहुंचे और उन्होंने अपहरण के शिकार हुए संजय कुमार राम पर गंभीर आरोप लगाये. परिजनों ने बताया कि संजय कुमार राम ने वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनों लोगों से लाखो रुपए की उगाही की और फरार चल रहा था. संजय कुमार राम गोपालगंज जिले का रहने वाला है। वो पटना में रहकर दरोगा की तैयारी कर रहा था जिस दरम्यान गोपालगंज के कुछ छात्रों से उसकी दोस्ती हुई। परिजनों का आरोप है कि गोपालगंज के एक ही गांव के रहने वाले का हवाला दे दर्जनों लोगों से वन विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर संजय कुमार राम ने झांसे में लेकर रुपए की ठगी की.
परिजनों ने बताया कि संजय कुमार राम अपने आपको झारखंड वन विभाग में दरोगा के पद पर पदस्थापित बताता था. बेरोजगारों को नौकरी लगाने का झांसा दे लाखो की ठगी कर फरार चल रहा था. रूपये लौटाने का दवाब बनता देख शातिर संजय कुमार राम ने कुछ लोगों को पटना में रुपए देने की बात कह बुलाया। मिली जानकारी के अनुसार संजय कुमार राम के इस झांसे में दर्जनों लोग फंसे थे लिहाजा दो गाड़ियों में सवार होकर पटना पहुंचे जहां संजय कुमार राम को जबरन गिरफ्तार आरोपितों ने बिठाया और मारपीट की।
वहीं पत्रकार नगर थाना की पुलिस को जैसे ही इस अपहरण के मामले की सूचना मिली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की. पुलिस ने दो कार सहित कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया. संजय कुमार राम को कब्जे में ले लिया है। फिलहाल पुलिस ने जबरन गाड़ी में बिठाकर अपहरण के मामले में केस दर्ज कर सभी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है। पुलिस अब दोनों पक्षों के मामले को देख रही है.