पूर्व रेलवे ने ट्रेनों की गति बढ़ाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण ओवरहेड उपकरण (ओएचई) को दुरुस्त करने का काम पूरा कर लिया है। मई 2024 में, कुल 830 ट्रैक किमी ओएचई संशोधन कार्य पूरा किया गया, जिसका लक्ष्य दिल्ली-हावड़ा मार्ग में अनुभागीय गति को 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाना है।
अभी इस परियोजना के तहत हावड़ा और आसनसोल डिवीजन में काम कराया गया है। लेकिन शेष दो डिवीजन मालदा और सियालदह में भी यह काम पूरा होगा। रेल अधिकारियों का कहना है कि ओएचई लाइन में यह संशोधन उच्च ट्रेन गति को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। इससे ट्रेन संचालन में समय की पाबंदी और क्षमता में सुधार होगा। पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि ओएचई संशोधन कार्य बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ओवरहेड उपकरणों को अपग्रेड करके, हम उच्च सेक्शनल गति की सुविधा प्रदान कर रहे हैं, जिससे यात्रा के समय में कमी आती है और यात्रियों के लिए सर्विस की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने बताया कि पूर्वी रेलवे निरंतर बुनियादी ढांचे में सुधार और आधुनिकीकरण के लिए काम कर रहा है।
शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य पूरा किया है पूर्व रेलवे ने
पूर्व रेलवे ने इससे पहले अपने जोन में विद्युतीकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया है। अब यहां शत-प्रतिशत ट्रैक पर विद्युतीकरण है। जोन में विद्युतीकरण का काम पूरा होने के कारण हर सेक्शन में ट्रेनों की स्पीड बढ़ायी गई है। भागलपुर रेल एरिया के सभी सेक्शन में भी ट्रेनों की स्पीड बढ़ायी गई है जिससे यात्रा अवधि में कमी आयी है।