दुनिया के 25 देशों ने बिहार की बिजली आपूर्ति व्यवस्था की सराहना की है। थाईलैंड, रूस, अल्जीरिया, बांग्लादेश, भूटान, केन्या, मालदीव, साउथ सूडान, नाइजीरिया, वियतनाम जैसे देशों से आए प्रतिनिधियों ने बिहार सरकार की ओर से विद्युत क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को सराहा और अपने यहां भी प्रीपेड बिजली मीटर लगाने की बात कही।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर इनफॉर्मेशन सिस्टम एंड ऑडिट, कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से दिल्ली में 158वें अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार राज्य सरकार की ओर से बतौर ट्रेनर शामिल हुए। उन्होंने बिहार में विद्युत क्षेत्र में किए जा रहे इंटरनेट ऑफ थिंग्स के प्रयोग के विषय में सबको बताया। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य में विभिन्न डिजिटल तकनीकों जैसे स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर, समस्त मॉड्यूल, रेड एवं एफआईआर मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से मीटरिंग, बिलिंग व राजस्व संग्रहण में पारदर्शिता लायी जा रही है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बारे में एमडी ने कहा कि बिहार प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन में 26 लाख मीटर के साथ पूरे देश में शीर्ष पर है। देश का 70 प्रतिशत मीटर बिहार में लगा है। रिचार्ज करने के बाद बिजली जुड़ने में समस्या को दूर करने केलिए बिहार में मीटर में ब्लू टूथ की सुविधा दी जाएगी। इससे उपभोक्ता द्वारा मोबाइल के ब्लूटूथ के माध्यम से जोड़ा जा सकेगा।
स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन का सीधा प्रसारण दिखाया गया
ट्रेनिंग के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पटना में एक उपभोक्ता के यहां स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। साथ ही सभी को मीटर की कार्यप्रणाली, रिचार्ज प्रक्रिया, शून्य से कम बैलेंस होने पर उपभोक्ताओं को सूचना, रिचार्ज नहीं करने पर स्वत बिजली कटौती एवं रिचार्ज करने पर स्वत रिकनेक्शन को सजीव प्रदर्शित किया।
इस दौरान रिचार्ज के बाद कैसे एक मिनट के अंदर विद्युत संबंध जुड़ जाता है, यह भी दिखाया गया।