कुछ साल पहले कहा जाता था कि आईफोन और वह भी बिहार में! अब समय आ रहा है, जब आईफोन ही बिहार में तैयार होकर देशभर में बिकने के लिए जाएगा। जी हां, कुछ इसी तरह की तैयारी है। आईफोन को असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने बिहार में निवेश की दिलचस्पी जताई है। दरअसल, बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024 का आज दूसरा दिन है। पटना के ज्ञान भवन में इसको लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अबतक 1 लाख करोड़ से भी अधिक का MOU फाइनल हो चुका है। 350 कंपनी ने MOU के लिए कंफर्म कर दिया है। अब सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में आज MOU पर साइन किया जाएगा।
दरअसल, आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन भी बिहार में निवेश करने की इच्छा दिखा रही है। इससे समझा जा सकता है कि बिहार में औद्योगिक विकास को नई उंचाइयां मिल रही हैं। लिहाजा पटना में आयोजित बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024 में 815 से अधिक बड़े निवेशकों ने भाग लिया है और अब तक 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। यह तैयारी बता रही है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल दोगुना संख्या में निवेशक बिहार सरकार के साथ समझौता करार (MOU) करेंगे। सबसे बड़ा निवेश सन पेट्रोकेमिकल्स की ओर से 20 हजार करोड़ रुपये का है। इसके अलावा, NHPC 5500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
इसके अलावा साथ ही सन पेट्रोकेमिकल्स, अंकुर बायोकेम, कैप्टन स्टील, श्री सीमेंट, बिरला सीमेंट, जेके सीमेंट, डालमिया सीमेंट, हल्दीराम, सुप्रीम ग्रुप और अडाणी से भी बातचीत चल रही है। उनके साथ भी MOU शुक्रवार यानी आज सीएम नीतीश की मौजूदगी में साइन होगा। पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024 का आयोजन किया गया है और आज इस आयोजन का दूसरा और अंतिम दिन है।
जानकारी हो कि कार्यक्रम के दूसरे दिन यानी आज CEO राउंड टेबल का आयोजन किया गया है। इसमें कई विभागों के मंत्री, अधिकारी और प्रमुख उद्योगपतियों के बीच चर्चा होगी। इसके बाद मुख्य MOU सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में साइन किया जाएगा। कार्यक्रम में बिहार की औद्योगिक क्षमता और नीतिगत ढांचे पर महत्वपूर्ण वीडियो शेयर किया जाएगा। यह बिहार के लिए एक ऐतिहासिक पल है।
गौरतलब हो कि बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में विनिर्माण क्षेत्र, बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी और निर्यात शामिल हैं। बिहार का विनिर्माण क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है, जिसमें कपड़ा क्लस्टर और बैग निर्माण, सैन्य जूते निर्यात, इथेनॉल संयंत्र और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बीते दिन बताया था कि इसमें 80 देश के निवेशक भाग लेंगे। निवेशकों के साथ एमओयू भी साइन किया जाएगा।