बस डीपो व्हीकल मेंटेनेंस स्टेशन को तैयार करने के लिए आपको वाहनों की सामग्री, तकनीकी सुविधाएं, और कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। एक ठोस मेंटेनेंस योजना बनाएं और सुनिश्चित करें कि सभी वाहन नियमित रूप से चेक और मर्जी के लिए आते हैं।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) के बरारी रोड स्थित डिपो में उच्च तकनीक से लैस व्हीकल मेंटेनेंस स्टेशन तैयार होगा। इसके लिए बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के डीजीएम आदित्य कुमार ने भागलपुर पहुंचकर डिपो में स्थल निरीक्षण किया था। उन्होंने डिटेल प्रोजेक्ट और उसमें खर्च होने वाली राशि के बारे में चर्चा की थी, ताकि प्रस्ताव तैयार होते हुए आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सके। बीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन कुमार शांडिल्य ने कहा कि ई-बस मिलने को लेकर ये सारी तैयारियां की जा रही हैं। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दरअसल, बिहार के छह जिलों में पीएम ई-बस योजना के तहत वाहनों का परिचालन होगा। इसमें पटना को 150 बसें, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया को 50-50 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी। क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक के मुतबिक ई-बसों के परिचालन के लिए ये व्यवस्थाएं की जा रही हैं। बसों को मेंटेन करने के लिए मेंटेनेंस पिट तैयार होगा। इसमें बसों को दुरुस्त करने के लिए अलग से मशीनें लगाई जाएंगी। इसके लिए जल्द काम शुरू कराने का दावा विभाग द्वारा किया जा रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक पवन कुमार शांडिल्य ने कहा कि पीएम ई-बस योजना के तहत मिलने वाले वाहनों के मेंटेनेंस के लिए तैयारी की जा रही है। जल्द ही इसके लिए काम शुरू करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
वर्तमान में बीएसआरटीसी के पास जो बसें हैं, उसमें यदि खराबी आती है तो उसे स्थानीय स्तर पर दुरुस्त करा लिया जाता है। बड़ी खराबी होने के बाद पटना भेजा जाता है। ऐसे में बसों का परिचालन थम जाता है, लेकिल ई-बस में यदि किसी तरह की खराबी या परेशानी होगी तो उसे सीधे मेंटेनेंस के लिए भेज दिया जाएगा।इससे लोगों को बसों में आरामदायक और सुरक्षित यात्रा में काफी सहूलियत होगी।इसके तैयार होने के बाद उसमें दक्ष लोगों को तैनात किया जाएगा, जो वाहनों के मेंटेनेंस के बारे में बारीक बिंदुओं पर नजर रख सकें।