लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा जहाजों को निशाना बनाने की घटनाएं लगातार हो रही है. ऐसे में अमेरिका भी हूती विद्रोहियों को सबक सिखाने पर लगा हुआ है।
HIGHLIGHTS
- हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर अमेरिकी सेना ने की बमबारी
- शनिवार सुबह सना में बरसाए बम
- बमबारी के बाद हूती विद्रोहियों ने दी अमेरिका को चेतावनी
अमेरिकी सेना ने एक बार फिर से हूती विद्रोहियों को निशाना बना कर यमन की राजधानी सना में बम बरसाए. अमेरिकी सेना ने इस कार्रवाई को शनिवार सुबह अंजाम दिया. इससे पहले शुक्रवार को अमेरिका ने ब्रिटेन की सेना के साथ मिलकर हूती विद्रोहियों पर भीषण हवाई हमले किए थे. इसके बाद आज सुबह अमेरिकी ने ने सना में हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया और जमकर बमबारी की. इसके बाद हूती विद्रोहियों ने अमेरिका को चेतावनी दी कि वह बदले की कार्रवाई कर सकता है।
अमेरिकी सेना ने दो दर्जन से ज्यादा स्थानों को बनाया निशाना
इससे पहले शुक्रवार को अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाया और हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बम गिराए. इस दौरान दोनों देशों के सेनाओं ने 28 स्थानों पर हूती विद्रोहियों के 60 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया. इसके बाद अमेरिका ने अपने व्यापारिक जहाजों को अहवे कुछ दिनों तक लाल सागर में न जाने की सलाह दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हूतियों पर किए गए हवाई हमले की पुष्टि की।
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हूती विद्रोहियों ने व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाना बंद नहीं किया, तो उन्हें फिर से निशाना बनाया जाएगा. बता दें कि हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई के चलते पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका है. पश्चिमी एशिया का ये इलाका इस्राइल हमास युद्ध की वजह से पिछले तीन महीनों से ज्यादा से तनाव झेल रहा है।
हूती विद्रोहियों ने दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
अमेरिका के हमलों के बाद हूती विद्रोहियों ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. हूती सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याहया सारी ने एक बयान जारी किया. जिसमें सारी ने कहा कि अमेरिका को इन हमलों की सजा मिलेगी. उधर अमेरिका ने कहा कि उसने हवाई हमलों में हूती विद्रोहियों के उन ठिकानों को ही निशाना बनाया जहां जनसंख्या ज्यादा नहीं थी. इस एयरस्ट्राइक के दौरान अमेरिका ने हूतियों के हथियारों, रडार और अहम ठिकानों को निशाना बनाया. हालांकि इन हवाई हमलों में ज्यादा लोगों के मारे जाने की संभावना कम है।
लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं हूती विद्रोही
बता दें कि हूती विद्रोही ईरान समर्थित हैं. जो इजरायल हमास युद्ध के बाद से लगातार लाल सागर से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों को अपना निशाना बना रहे हैं. हालांकि, अमेरिकी नौसेना ने कई बार हूती विद्रोहियों के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम करने में कामयाबी पाई है. बावजूद इसके हूती विद्रोही व्यापारिक जहारों को अपना निशाना बना रहे हैं. जिसके चलते इंटरनेशन शिपिंट रूट पर मालवाहक जहाजों की आवाजाही में कमी आई है. इसी के चलते अमेरिका हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बना रहा है।