श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में निवास करने वाले भक्तों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है। ट्रस्ट ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रतिदिन दर्शन करने के लिए संत-महंत और स्थानीय लोगों को पास जारी करने का फैसला लिया है। पास के लिए स्थानीय निवासियों को आधार कार्ड से पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद छह महीने के लिए पास जारी किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने गुरुवार को हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि रामलला के नियमित दर्शन करने के इच्छुक अयोध्या के संत-महात्मा अथवा स्थानीय लोग ट्रस्ट के कैम्प कार्यालय अथवा बिरला धर्मशाला के सामने स्थित तीर्थ यात्री सेवा केंद्र पर आकर नित्य दर्शन का अनुमति पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए अपना आधार कार्ड साथ लाना होगा और फॉर्म भरकर अनुमति पत्र प्राप्त किया जा सकता है। कार्यालय सुबह 10 से शाम 06 बजे तक खुला रहेगा।
चंपत राय ने बताया कि सुरक्षा संबंधी लागू सभी विधिनिषेध का पालन करना होगा। जैसे मोबाइल फोन अपने साथ नहीं ले जा सकेंगे। अपने साथ पूजा सामग्री, प्रसाद, मिष्ठान, दीपक-बाती, धूपबत्ती, अगरबत्ती आदि लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। जिनके पास अनुमति पत्र है, केवल वही संत-महापुरुष अथवा भक्तजन अकेले नित्य दर्शन को जा सकेंगे। प्रवेश डी-1 से ही होगा। एक बार बनाया गया अनुमति पत्र 6 माह तक मान्य होगा। छह माह के बाद इसका नवीनीकरण कराया जा सकेगा। यदि पाया गया कि नित्य दर्शन के नाम पर अनुमतिपत्र लिया गया और एक महीने में एक-दो बार ही आते हैं तो पास निरस्त किया जा सकता है। अपना प्रवेश पत्र नित्य दर्शन के समय पुलिस चेकिंग बूथ पर दिखाना होगा।
उल्लेखनीय है कि नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बढ़ी भीड़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के चलते स्थानीय लोगों को नियमित दर्शन को लेकर समस्या हो रही थी। इसको लेकर स्थानीय संत-महंतों ने तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से शिकायत दर्ज कराई थी। अब ट्रस्ट रामनगरी के स्थानीय लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नियमित दर्शन के लिए पास जारी कर रहा है।