बंगरा गांव में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शहीद सम्मान भवन का शिलान्यास और शहीद रघुबीर सिंह के प्रतिमा अनावरण किया।सभा में राज्यपाल ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बल्कि देश की अस्मिता का राष्ट्र मंदिर बना है। 22 जनवरी राष्ट्र मंदिर का दिन है। इस दिन प्रधानमंत्री के हाथों से रामलला विराजमान होंगे। हम उस दिन दिवाली मनाएंगे। यह मंदिर राम मंदिर नहीं बल्कि राष्ट्र मंदिर है। उन्होंने 22 जनवरी को दीपोत्सव मनाने का आह्वान भी किया।
राज्यपाल ने कहा कि हर भारतवासी को यह समझना चाहिए कि भारत अब अविकसित नहीं है। बल्कि अब विकसित हो चुका है। भारत का सपना साकार हो रहा है।
प्रधानमंत्री जी का यह सपना है कि देशभर के सभी लोग विकसित होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने जो सपना हमारे सामने रखा है। उसको साकार करने का दायित्व हम सबका है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बारे में हम कुछ करना चाहते हैं, केवल मैं नहीं करना चाहता, बिहार की पूरी जनता का यह सपना है। इस दिशा में अपना बिहार जा रहा है। यह चित्र सबको दिखाने की आवश्यकता है। अपने देश के अस्मिता आगे आनी चाहिए। उन्होंने महाराजगंज के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को अंग वस्त्रत्त् देकर सम्मानित किया। समारोह के अध्यक्ष व भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शहीदों के सम्मान के लिए कई तरह की विकास योजनाएं धरातल पर दिख रही है।
सभा को पूर्व मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व सांसद अरुण कुमार, विधायक देवेश कांत सिंह, करणजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह , पूर्व विधायक डा देवरंजन सिंह, पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा, पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने संबोधित किया।