अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को करीब 6 महीने से थोड़ा ही ज्यादा वक्त बीता है लेकिन एक रिकॉर्ड बनता जा रहा है। रामलला के दरबार में रामभक्तों ने खुले मन से दर्शन के लिए पहुंचे तो दिल खोलकर दान किया है। यही वजह है क राम मंदिर को अब तक 55 अरब से अधिक रुपए दान में मिल चुके हैं। इतना ही नहीं इस रकम में विदेशों से मिला चंदा भी शामिल है।
5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन और 2021 में मंदिर निर्माण से पहले राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। इस अभियान के चलते श्री राम जन्म भूमि तीर्क्ष क्षेत्र ट्र्स्ट को 3 हजार 5 सौ करोड़ रुपए का दान मिला था। वहीं पिछले तीन सालों में मंदिर ट्रस्ट को 2 हजार करोड़ रुपए मिले हैं। वहीं प्राण प्रतिष्ठा के बाद इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली है।
विदेशों से मिले 11 करोड़ रुपए
राम मंदिर को मिले 55 अरब रुपए के दान में विदेशों से भी योगदान दिया गया है। इसमें करीब 11 करोड़ रूपए विदेशों से चंदे के रूप में प्राप्त हुआ है। विदेशी चंदे में सबसे ज्यादा दान नेपाल से मिला है। जिस तरह से राममंदिर में दान मिल रहा है और इसमें बढ़ोतरी हो रही है उसके मद्देनजर कहा यह जा रहा है कि आने वाले समय में यह रिकॉर्ड बना सकता है।
22 जनवरी को हुई थी प्राण प्रतिष्ठा
आपको बता दें कि साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 05 अगस्त 2020 को भूमि पूजन के साथ मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ था। जबकि गर्भ गृह यानी मंदिर का प्रथम तल बनने के बाद 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में देश विदेश की सभी जानी मानी हस्तियों के आमंत्रित किया गया था। प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से मंदिर आम श्रृद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया था। तब से लगातार भारी संख्या में श्रृद्धालु रामलला के दर्शन के पहुंच रहे हैं।