लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लालू-तेजस्वी का साथ छोड़ने वाले आरजेडी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम जेडीयू में शामिल हो गए हैं। जेडीयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में उन्होंने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने उन्हें जेडीयू की सदस्यता दिलाई। सीमांचल में इसे आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अशफाक करीम के इस्तीफे को लेकर जेडीयू ने राजद पर हमला बोला वही जेडीयू में शामिल होने पर पूर्व सांसद का स्वागत किया।
बिहार के जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अशफाक करीम के इस्तीफे को लेकर राजद पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि भागलपुर दंगे से अल्पसंख्यक समाज सबसे ज्यादा आहत हुआ था। यह दंगा किसके समय में हुआ था यह सबको मालूम है। जिसमें हजारों अल्पसंख्यकों का कत्ल हुआ था। राष्ट्रीय जनता दल की सरकार ने भागलपुर दंगे की कातिलों को बचाया और उन्हें सम्मानित भी किया। भागलपुर दंगे के अल्पसंख्यकों को न्याय नीतीश कुमार की सरकार ने दिलाया। विजय चौधरी की अल्पसंख्यक समाज से यह अपील किया है कि आप पूरी तौर पर बेदाग होकर फैसला लीजिए आपका फैसला जनता दल यू और नीतीश कुमार के हक में जाएगा।
अपने इस्तीफे में पूर्व आरजेडी सांसद ने लिखा कि वे सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए आरजेडी से जुड़े थे। जाति आधारित गणना कराने के बाद जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी की बात कही जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मुसलमानों की हकमारी की गई। आरजेडी से इस्तीफा देने के बाद शनिवार को अशफाक करीम जेडीयू में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले अशफाक करीम के इस्तीफे को सीमांचल में आरजेडी और महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।