पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के 2025 में भाजपा के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने के बयान पर राज्य में राजनीतिक उठा पटक बहुत तेज हो गई थी। राजनीति का पारा इस कदर चढ़ा था कि एक बार फिर से कयास लगाए जाने लगे कि नीतीश कुमार एनडीए को छोड़ इंडिया गठबंधन के साथ जाएंगे।
मामले में मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि हमारे यहाँ सारा कुछ केंद्रीय नेतृत्व तय करता है कि क्या करना है। किसी एक नेता के बोलने से कुछ नहीं होता है।बिहार में जब एनडीए की सरकार बनी थी तब भी केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश मिला था और हमेशा ही केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश मिलते रहता है।
आगे भी केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा कि विधानसभा चुनाव में क्या कैसे करना है। इसके साथ ही बिहार में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी पर प्रेम कुमार ने कहा कि एनडीए के सरकार में कोई भी अपराधी नहीं बच पायेगा। अपराधियों को बिहार में कोई बचा नहीं पायेगा। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा और कहा कि उनसे हम जानना चाहते हैं कि उनके माता की सरकार के वक्त जब बिहार में जंगलराज था तब वह चुप क्यों थे।