National

आंतरिक और बाहरी खतरों से बचाने के लिए बनना चाहिए मजबूत तंत्र

इक्कीसवीं सदी में लड़ाई के तौर-तरीके बदल गए हैं। अब ये पारंपरिक युद्ध क्षेत्रों से कहीं आगे निकल गए हैं। दो देशों के बीच लड़ाई में जो सर्वनाश हथियारों और गोला-बारूद से हुआ करता है, कुछ वैसा ही विनाश अब टेक्नोलाजी, साइबर वार और जासूसी के जरिये किया जाने लगा है।

अब इनके सहारे किसी राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने का लक्ष्य उस राष्ट्र में शारीरिक रूप से पहुंचे बिना हासिल किया जाने लगा है। यह सब अत्याधुनिक साइबर हमलों के कारण संभव हो रहा है। इसके लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करना, अफवाहें फैलाना या सार्वजनिक सूचनाओं में हेरफेर करके देश के भीतर अनिश्चितता पैदा करने जैसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं

। फेक न्यूज और नियंत्रित मीडिया का उपयोग अब न केवल साइबर युद्ध में किया जाता है, बल्कि यह राजनीति और उद्योग जगत में भी अपनाया जाने लगा है।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Kumar Aditya

Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

मत्स्य पालन और जलीय कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग और प्रदर्शन पर कार्यशाला आयोजित बिहार में बाढ़ राहत के लिए भारतीय वायु सेना ने संभाली कमान बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने रवाना हुए सीएम नीतीश पति की तारीफ सुन हसी नही रोक पाई पत्नी भागलपुर में खुला पटना का फैमस चिका लिट्टी स्पैम कॉल : दूरसंचार कंपनियों ने 50 संस्थाओं को बैन किया, 2.75 लाख कनेक्शन काटे भागलपुर : युवक का अवैध हथियार लहराते फोटो वायरल भागलपुर में पार्षद नंदिकेश ने तुड़वाया वर्षों से बंद पड़े शौचालय का ताला ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से स्कूल परिसर में किया पौधारोपण CM नीतीश कुमार पहुंचे रोहतास