आंध्र प्रदेश और केरल के दो-दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी, 4000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से आंध्र प्रदेश और केरल के दो दिनों के दौरे पर रहेंगे। वे आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साई जिले के पाल समुद्रम् में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नार्कोटिक्स अकादमी के मुख्य परिसर का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में राज्यपाल एस0 अब्दुल नजीर और मुख्यमंत्री वाई0 एस0 जगन मोहन रेड्डी भी भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नारकोटिक्स अकादमी के मुख्य परिसर के उद्घाटन के लिए पालसमुद्रम जाने से पहले लेपाक्षी के वीरभद्र मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना भी करेंगे।
राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नार्कोटिक्स अकादमी भारतीय राजस्व सेवा – सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर तथा अन्य संबंधित सेवाओं के अधिकारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में महत्वूपर्ण भूमिका निभाने वाला प्रमुख संस्थान है। यह अकादमी सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और मादक पदार्थों के संबंध में नई नीतियां, प्रावधान और दिशा निर्देश तैयार करने के लिए भी उत्तरदायी है।
क्षमता निर्माण आयोग के गठन के बाद विकसित हो रही नई परियोजना के रूप में अपनी तरह के इस अनूठे प्रशिक्षण केंद्र का लक्ष्य मिशन कर्मयोगी के उद्देश्यों को हासिल करना है। संस्थान का परिसर शत-प्रतिशत सौर ऊर्जा से चलेगा। विशाल सौर ऊर्जा परियोजनाओं के जरिये इसकी ऊर्जा संबंधी आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी।
इस अवसर पर वे भारतीय राजस्व सेवा के 74वें और 75वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों और भूटान की सिविल सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से भी मिलेंगे। मालूम हो कि प्रधानमंत्री आज शाम कोच्चि पहुंचेगे और एर्णाकुलम जाने के दौरान महाराजा कॉलेज मैदान से सरकारी अतिथि गृह तक रोड-शो करेंगे।
प्रधानमंत्री कल सुबह त्रिशूर जिले में गुरुवायुर मंदिर और थ्रिप्रायर श्री रामास्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना करेंगे। वे कोच्चि के विलिंग्डन द्वीप पर एक कार्यक्रम में चार हजार करोड़ रुपये से अधिक की तीन परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री जहाजों की मरम्मत और रखरखाव के लिए नए ड्राई डॉक और कोचीन शिपयार्ड में अंतरराष्ट्रीय जहाज मरम्मत केंद्र तथा भारतीय तेल निगम के एलपीजी आयात टर्मिनल का भी उद्घाटन करेंगे। इनसे बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग क्षेत्रों को बहुत मजबूती मिलेगी। बाद में, दिल्ली वापस आने से पहले प्रधानमंत्री कोच्चि के मरीन ड्राइव पर भारतीय जनता पार्टी शक्ति केंद्र के प्रभारियों को भी संबोधित करेंगे।