बिहार में सातवें एवं अंतिम चरण की आठ सीटों पर भी 2019 के मतदान का आंकड़ा पार नहीं हुआ। शनिवार को इस चरण में कुल 50.56 फीसदी मतदान हुआ। 2019 में इन क्षेत्रों में 51.24 फीसदी मतदान हुआ था। शाम 6 बजे तक पिछले चुनाव की तुलना में 0.68 फीसदी कम मतदान हुआ।
पाटलिपुत्र में सबसे अधिक 56.91 फीसदी और पटना साहिब में सबसे कम 45.00 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं, बक्सर में 53.70, नालंदा में 46.50, आरा में 48.50, सासाराम में 51.00, काराकाट में 53.44 और जहानाबाद में 51.20 फीसदी वोट पड़े। इस चरण के मतदान के साथ ही दिग्गज उम्मीदवारों केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, सांसद रविशंकर प्रसाद, रामकृपाल यादव, कौशलेंद्र कुमार, मीसा भारती, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, निर्दलीय पवन सिंह सहित 134 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। 134 उम्मीदवारों में 122 पुरुष एवं 12 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। चार जून को सभी चरणों के वोटों की गिनती होगी। वहीं, इस चरण में अगिआंव विधानसभा उपचुनाव में 46 फीसदी मतदान हुआ। उपचुनाव को लेकर 9 उम्मीदवार मैदान में हैं।
मतदान समाप्ति के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बिहार के सीईओ एचआर श्रीनिवास ने बताया कि कुल 168 शिकायतें मिली जिनका तत्काल निबटारा किया गया। कुल चार बूथों पर मतदान बहिष्कार किया गया। इनमें नालंदा के हिलसा में बूथ संख्या 1, पाटलिपुत्र के पालीगंज में बूथ संख्या 188 एवं जहानाबाद में बूथ संख्या 106 एवं 107 शामिल हैं।
पाटलिपुत्र और काराकाट में मतदान का औसत बढ़ा
पाटलिपुत्र-काराकाट में मतदान का औसत पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़ा है। शेष 6 क्षेत्रों में 2019 के मुकाबले कम वोटिंग हुई। काराकाट में 4.43 पाटलिपुत्र में 1 से कम वोट बढ़ा है।