इस वर्ष अक्तूबर में रूस में होने जा रहा ब्रिक्स सम्मेलन परिवर्तनकारी सिद्ध हो सकता है। इसके पांच संस्थापक देशों–ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ पांच नये सदस्य संगठन में शामिल करने की तैयारी है। इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमारात शामिल हो सकते हैं। अनुमान है कि इस परिवर्तन से अंतर्राष्ट्रीय जगत में बहुध्रुवीयता को बढावा मिलेगा, जहां संघर्षशील मध्यम राष्ट्र, पश्चिम के नेतृत्व वाली विश्व व्यवस्था को चुनौती दे सकते हैं। इस कदम को बहुध्रुवीय विश्व में अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को नया स्वरूप देने के रणनीतिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।