आज से इन नियमों का पालन करेंगे 11 यजमान, 22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
आज से ठीक आठवें दिन अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।जिसमें पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे।
HIGHLIGHTS
- 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा
- आज से 45 नियमों का पालन करेंगे यजमान
- अनवरत करना होगा राम-नाम का जप
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अब 8 दिन शेष हैं, ऐसे में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले 11 जयमान आज से कठिन नियमों का पालन करेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने वाले मुख्य यजमान होंगे. 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में देशभर के 4000 से ज्यादा साधु संत अयोध्या नगरी पहुंचेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।
मकर संक्रांति से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान
राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान, यम नियम और संयम मकर संक्रांति से शुरू हो गए हैं. इसके साथ ही अगले आठ दिनों तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले सभी 11 यजमानों को 45 नियमों का पालन करना होगा. इसमें प्रायश्चित, गोदान, दशविध स्नान, प्रायश्चित क्षौर और पंचगव्यप्राशन जैसे नियम शामिल हैं।
इन नियमों का पालन करने के बाद ही यजमान दंपति इस धार्मिक अनुष्ठान को पूर्ण कराने के योग्य बनेंगे. जब 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी, उसके बाद ही यजमानों का संकल्प और अनुष्ठान भी पूर्ण होगा. गौरतलब है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में 11 दंपती यजमान के तौर पर शामिल होंगे. जिसके मुख्य यजमान पीएम मोदी होंगे।
सभी यजमान करेंगे 45 नियमों का पालन
मंकर संक्रांति यानी सोमवार को सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ यजमान प्रथम स्नान करेंगे. इसी के साथ वह आठ दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान का संकल्प लेंगे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी यजमानों को 45 विधि-निधान और नियमावली को उपलब्ध करा दिया है. इन नियमों के तहत यजमानों को अनवरत राम नाम का जप भी करना होगा. ट्रस्ट पदाधिकारी के मुताबिक, यजमानों को आठ दिनों तक 45 नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
उन्हें नियमित पूजन, संध्या के साथ अपने आहार-विहार सात्विक रहने का संकल्प लेना होगा. साथ ही अनवरत राम-नाम का जप करना होगा. बता दें कि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले यजमानों के लिए नियमों के बारे में काशी के विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से सलाह मांगी थी. बता दें कि राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकला है. 84 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी. इस दौरान सभी सनातनी व वैदिक परंपराओं का यजमान पालन करेंगे।
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