कठुआ आतंकी हमले के करीब 52 घंटे बाद बुधवार शाम को बसंतगढ़ से 10 किलोमीटर दूर संग पुलिस पोस्ट के पास आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की। करीब आधे घंटे तक गोलीबारी जारी रही। सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद आतंकी अंधेरे की आड़ में भाग निकले।
आशंका है कि ये कठुआ हमले में शामिल आतंकी भी हो सकते हैं जो बदनोता से भागे हैं या फिर वहां पहले मौजूद आतंकी हों जो सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाने के लिए गोलीबारी कर भाग गए हैं।
सुरक्षाबल उनकी तलाश में जुटे हैं। जानकारी के मुताबिक रात करीब आठ बजे अचानक बसंतगढ़ से करीब 10 किलोमीटर दूर संग पुलिस पोस्ट से कुछ दूरी पर संदिग्ध आवाजाही देखकर पुलिस कर्मी ने हवा में गोली चलाई। दूसरी तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई।
पुलिस पोस्ट के आसपास पहले मौजूद सुरक्षाबलों के जवान मौके पर पहुंच गए। इसके बाद करीब आधे घंटे तक गोलीबारी होती रही। दो दिन पहले कठुआ हमले के बाद से इलाके के जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बड़ी संख्या में और सुरक्षाबलों के जवान बसंतगढ़ पहुंचे हैं। एक तरफ जवान सियोजधार से जंगल की तरफ बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर कठुआ के बदोनता से घेराबंदी की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक संग बसंतगढ़ से करीब नौ किलोमीटर दूर है। 28 अप्रैल को चोचरू गला में आतंकियों ने जिस जगह वीडीजी के दल पर हमला किया था वह संग से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। कठुआ के मछेड़ी का बदनोता के बीच संग 12 किलोमीटर दूरी है।
संभव है कि कठुआ में हमले में शामिल आतंकी सियोजधार की तरफ बढ़ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कठुआ में सेना पर हमला करने वाले आतंकी सुरक्षा बलों से बचने के लिए सियोजधार पहुंचने को कोशिश में हैं। ऐसे में या तो कठुआ हमले में शामिल आतंकियों ने गोलीबारी की या फिर उनको सियोज तक पहुंचने में मदद करने के लिए बसंतगढ़ में पहले से मौजूद आतंकियों ने सुरक्षाबलों का ध्यान भटका कर उनके निकलने के लिए सुरक्षित रास्ता(सेफ पैसेज) बनाने के लिए गोलीबारी की है।
एक अधिकारी ने बताया कि कठुआ हमले के बाद से इलाके में सुरक्षाबल पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं। एक वीडीजी ने आतंकियों की मूवमेंट की पहले से ही जानकारी दी थी। संग चौकी से 400 गज की दूरी पर संदिग्ध मूवमेंट देख कर सतर्क जवानों ने गोलीबारी की जिसके बाद दूसरी तरफ से गोलियां चलाई गई।
करीब आधे घंटे तक मुठभेड़ होती रही जो फिलहाल बंद है। सबकुछ सामान्य है और किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी है। स्थानीय लोग भयभीत हैं। ढाई माह बाद फिर से आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबाली ने उनकी रात की नींद उड़ा दी है।