नई दिल्ली। सूर्य की सतह से पृथ्वी की ओर सबसे ताकतवर सौर तूफान आया। सूर्य की सतह पर अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र कहे जाने वाले ‘एआर13664’ से ही तूफान शुरू हुआ था। सूरज से निकलने वाली इस मजबूत लहर को इसरो के सूर्ययान आदित्य एल1 ने तो दर्ज किया ही, चंद्रयान 2 ने भी इसे कैप्चर किया।
इसरो के इस ऑब्जरवेशन की पुष्टि नासा ने भी कर दी। एनओएए के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने 14 मई 2024 को भी सूरज से खतरनाक सौर लहर को निकलते देखा। सूर्य से ऐसी लहर बीते आधी सदी में नहीं निकली थी। वैज्ञानिकों ने चेतावनी भी जारी की थी कि इसकी वजह से पूरी पृथ्वी पर रेडियो ब्लैकआउट हो सकता है। ऐसा हुआ भी, सूर्य की ओर पड़ने वाले पृथ्वी के हिस्से में हाई फ्रिक्वेंसी रेडियो सिग्नल खत्म हो गए थे।
11 से 14 मई के बीच चार बड़े धमाके सूर्य में हुए। इनमें से अधिकतर एक ही स्पॉट पर हुए, जिससे भयानक सौर तूफान आया।