मंदार के रोपवे में दो दिवसीय मॉक ड्रिल एवं प्रशिक्षण शिविर बुधवार को संपन्न हो गया। एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन बिहटा ने मंदार में रोपवे के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया। दूसरे दिन एनडीआरएफ बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट विनय कुमार, विकास झा एवं जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी रवि प्रकाश, बीडीओ अमित कुमार के नेतृत्व में दुर्घटना के बाद बचाव एवं प्राथमिक उपचार के सुरक्षित तौर तरीकों की जानकारी दी गई। दुर्घटना के बाद कैसे घायल लोगों को उपचार के लिए पहुंचाया जाता है।
रोपवे के संचालन के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से आसानी से सामना किया जा सके। मॉक ड्रिल से रोपवे के कर्मियों को यह बताया गया कि प्राथमिक उपचार के लिए क्या-क्या जरूरी उपाय अपनाए जाते हैं। मॉक ड्रिल के द्वारा दुर्घटना का रिहर्सल किया गया। रेस्क्यू का डेमो भी दिखाया गया। रोपवे परिचालन के वक्त करा कर दो केबिन में फंसे यात्रियों को मंदार पर्वत के मध्य में दुर्गम स्थल पर जाकर बचाव करना था। एनडीआरएफ 9 वी बटालियन के जवान वहां पर मौके पर पहुंचे और रोपवे के खंभे पर चढ़कर तार के जरिए केविन तक पहुंचने का मॉक ड्रिल किया। सुरक्षित उपायों को अपनाकर लोगों को इसकी जानकारी दी गई। एनडीआरएफ द्वारा अभ्यास के दौरान हेलमेट और सुरक्षित दास्ताने एवं अन्य उपायों को भी अपनाया गया था। पंचायती राज पदाधिकारी श्याम सुंदर कुमार, डॉ. ऋषिकेश सिन्हा, रोपवे प्रबंधक मुकेश कुमार आरआरपीएल के इंजीनियर रोहित कुमार सहित अन्य थे।