जर्दालू आम इस बार भी विदेशी मंडी में उतरेगी। इसकी तैयारी स्थानीय स्तर पर शुरू हो गई है। हालांकि इस बार आम की फसल पर मौसम की मार पड़ी है लेकिन जो किसान जर्दालू आम की कनसाइनमेंट पिछले कुछ सालों से भेजते रहे हैं, वह इस बार भी तैयारी में जुटे हैं। जर्दालू आम की पहली कनसाइनमेंट इस बार भी इंग्लैंड ही भेजने की तैयारी है। इंग्लैंड जा रही पहली कनसाइनमेंट एक टन की होगी।
पीरपैंती के किसान कृष्णानंद सिंह ने बताया कि 10 जून तक इंग्लैंड के लिए कनसाइनमेंट भेजने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि 1-2 जून के बाद जर्दालू की हार्वेस्टिंग ही होगी। उन्होंने बताया कि लखनऊ के पैक हाउस के माध्यम से कनसाइनमेंट की बुकिंग होगी। इधर सुल्तानगंज के किसान मनीष सिंह ने भी आम के एक्सपोर्ट की तैयारी कर ली है। हार्वेस्टिंग शुरू होने के बाद भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। इंग्लैंड के अलावा दुबई, बहरीन और बेल्जियम में भी जर्दालू आम की कनसाइनमेंट भेजी जाएगी। पिछले साल इंगलैंड, बेल्जियम और बहरीन में कुल 4.5 टन आम निर्यात किया गया था।
जर्दालू आम पर आज डीडीसी करेंगे बैठक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई गणमान्य लोगों को अंग क्षेत्र की सौगात के रूप में जर्दालू आम भेजा जाएगा। इसको लेकर मंगलवार को डीडीसी की अध्यक्षता में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। डीडीसी कुमार अनुराग ने बताया कि किस किसान से आम लेना है, कहां पैकेजिंग होगी, कैसी पैकेजिंग होगी यह बैठक में तय कर लिया जाएगा।
गुणवत्ता निरीक्षण करने पहुंचे डीएचओ और वैज्ञानिक
सुल्तानगंज। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित दिल्ली के विशिष्ट लोगों को जर्दालू आम संदेश के रूप में भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। महेशी पंचायत स्थित मधुवन नर्सरी में आमों की ग्रेडिंग की जाएगी। सोमवार को महेशी एवं तिलकपुर पंचायत स्थित विभिन्न बागों का निरीक्षण करने पहुंचे वैज्ञानिक, डीएचओ ने दिल्ली भेजे जाने वाले जर्दालू आम की गुणवत्ता की जांच की। टीम में डीएचओ अभय कुमार मंडल, फल वैज्ञानिक डॉ. रविंद्र कुमार, डॉ. सोमिक सेन गुप्ता शामिल थे। इस दौरान मैंगोमैन अशोक कुमार चौधरी भी मौजूद थे।