कंकड़बाग के मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आइएसबीटी तक बन रहे पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कोरिडोर को अगले साल मई तक पूरा करने का टास्क नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने दिया है। उन्होंने इस लक्ष्य में आने वाली बाधाओं को चिह्नित कर विस्तृत कार्ययोजना मेट्रो अधिकारियों से मांगी है।
इसके अलावा पटना मेट्रो डिपो के काम में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री ने मेट्रो के कामकाज की प्रगति रिपोर्ट हर माह विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए पहले चरण का काम जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है।
मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को सबसे पहले प्रधान सचिव आनंद किशोर व मेट्रो अधिकारियों के साथ पटना मेट्रो की कार्य प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद मोइनुलहक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय तक बनी मेट्रो सुरंग का स्थल निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि चार पैकेज में पटना मेट्रो का काम हो रहा है।
वर्तमान में 6.5 किमी लंबे एलिवेटेड प्रायोरिटी कोरिडोर जिसमें पांच स्टेशन हैं और ट्रेनो के रखरखाव वाले मेट्रो डिपो का काम सबसे तेजी से चल रहा है। इसके अलावा कोरिडोर दो के छह भूमिगत स्टेशनों पर भी काम चल रहा है।
कोरिडोर-एक के एलिवेटेड स्टेशनों का काम भी जारी है। मंत्री ने कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा से कोई भी समझौता न करने का निर्देश अधिकारियों को दिया।
60 प्रतिशत राशि देगा जाइका, जल्द शुरू हो सकता है काम
मंत्री को बताया गया कि मेट्रो के लिए 20-20 प्रतिशत की राशि केंद्र और राज्य सरकार से मिलनी है। अभी इसी फंड से काम हो रहा है।इसके अलावा 60 प्रतिशत राशि जाइका (जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी) से ऋणणे रूप में लिया जाना है। इस राशि से होने वाला काम अभी शुरू नहीं हो पाया है। इस पर मंत्री ने जाइका के अधिकारियों से बात कर अगले माह तक काम शुरू कराने की संभावना जताई है।