इन किसानों के खाते में आएंगे 4,000 रुपए, सरकार ने फाइल की तैयार

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पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए खुशखबरी है।क्योंकि जिन किसानों के खाते में 15वीं किस्त का लाभ नहीं पहुंचा था।ऐसे किसानों की सूची तैयार की ग

  • 15वीं किस्त से वंचित कुछ किसानों के खाते में पहुंचेंगे दोनों किस्तों के पैसे
  • करीब 4 करोड़ किसान रह गए थे 15वीं किस्त से वंचित
  • जिन किसानों ने नियमों को पूरा कर लिया उन्हें मिल सकता है फायदा

पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए खुशखबरी है. क्योंकि जिन किसानों के खाते में 15वीं किस्त का लाभ नहीं पहुंचा था. ऐसे किसानों की सूची  तैयार की गई है. जिन्होने ने 27 नवंबर के बाद सरकार द्वारा जारी तीनों नियमों को पूरा कर लिया है. ऐसे किसानों के खाते में दोनों किस्तों का लाभ एक  साथ पहुंचाया जाएगा. हालांकि आपको बता दें कि इस तरह की कोई आधिकारिक घोषणा तो अभी तक नहीं हुई है. लेकिन सूत्रों का दावा है कि ऐसे कुछ किसानों  की लिस्ट तैयार की गई है. जिनके खाते में दोनों किस्तों का पैसा एक साथ क्रेडिट किया जाएगा. यानि 15वीं और 16वीं किस्त एक साथ खाते में भेजी जाएगी।

सिर्फ 8 करोड़ किसानों को मिला था लाभ
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 27 नवंबर को देश के 8 करोड़ किसानों के खाते में पीएम निधि का पैसा डिजिटली माध्यम से ट्रांसफर किया था. लेकिन उस समय करीब 12 करोड़ किसान योजना के लाभ के लिए रजिस्टर्ड थे. ऐसे में सरकार द्वारा बताया गया था कि उन 4 करोड़ लोगों को स्कीम से बाहर रखा गया है. जिन्होने सरकार द्वारा जारी नियमों  को फॅालो नहीं किया है. क्योंकि योजना में फर्जीवाड़े की खबरें आ रही थी. इसलिए जिन किसानों ने विभागीय नियमों को फॅालो कर लिया है. ऐसे किसानों के खाते में दोनों किस्तों का लाभ एक साथ भी दिया जा सकता है. यानि कुछ किसान ऐसे भी होंगे जिनके खाते में 2 हजार के स्थान पर 4,000 रुपए डाले जाएंगे।

इन नियमों को पूरा करना जरूरी
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सरकार की महत्वकांशी योजनाओं में सबसे महत्वपूर्ण है. योजना में हो रहे फर्जीवाडे को रोकने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी कराना अनिवार्य किया था. ताकि हर पात्र किसान को स्कीम का लाभ मिल सके. इसके बाद कुछ किसान जमीन की बिक्री कर देतें हैं. इसके बावजूद भी उन्हें स्कीम का लाभ मिलता है. इसका पता लगाने के लिए सरकार ने भू-सत्यापन करना भी जरूरी किया था. लेकिन कुछ किसान ऐसे हैं कि उन्होने सरकार के नियमों को फॅालो नहीं किया है. जिसके चलते उन्हें 15वीं किस्त से वंचित कर दिया गया था।