BiharPolitics

इमरजेंसी को याद कर भावुक हुए लालू – इंदिरा ने हमें कभी देशद्रोही

Google news

राजद सुप्रीमो लालू यादव शनिवार को आपातकाल के दिनों को याद करते हुए इंदिरा गांधी का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कई नेताओं को जेल में डाला, लेकिन कभी किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया।

सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अपने और पत्रकार नलिन वर्मा द्वारा लिखे आर्टिकल ‘1975 में संघ की चुप्पी’ शेयर किया। आर्टिकल में मोदी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने लिखा कि आपातकाल देश के लोकतंत्र पर एक दाग है, लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि 2024 में कौन है, जो विपक्ष का सम्मान नहीं करता।

आपातकाल के दिनों को याद करते हुए लालू यादव ने कहा कि मैं जयप्रकाश नारायण द्वारा गठित उस संचालन समिति का संयोजक था, जिसे इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल की ज्यादतियों के खिलाफ आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए गठित किया गया था।

आज ये स्वतंत्रता पर भाषण देते हैं

उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान मैं 15 महीनों से अधिक समय तक मीसा एक्ट के तहत जेल में था। भाजपा के नेता और मंत्री आज आपातकाल के बारे में बात करते हैं, लेकिन मोदी, जेपी नड्डा और अन्य मंत्रियों के बारे में हमने ऐसा कुछ नहीं सुना। हालांकि, ये लोग आज स्वतंत्रता के मूल्यों पर भाषण देते हैं।

उन्होंने हमें कभी देशद्रोही नहीं कहा

लालू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री इंदिरा ने हममें से कई लोगों को सलाखों के पीछे डाला था, लेकिन उन्होंने हमारे साथ कभी दुर्व्यवहार नहीं किया। न तो उन्होंने और न ही उनके मंत्रियों ने हमें राष्ट्र विरोधी या देश द्रोही नहीं कहा।

उन्होंने कभी भी बाबासाहेब अंबेडकर की स्मृति को अपवित्र करने की अनुमति नहीं दी। लेकिन, 1975 का आपातकाल हमारे संविधान के लिए एक दाग है, लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए 2024 में विपक्ष का सम्मान कौन नहीं कर रहा।

राष्ट्रपति मुर्मु ने 49वीं वर्षगांठ पर आपातकाल को किया याद

बता दें कि 25 जून 1975 को ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 21 महीने की इमरजेंसी लगाई थी। इस साल इमरजेंसी की 49वीं वर्षगांठ है, जिसे भारत के राजनीतिक इतिहास का काला एक काला अध्याय माना जाता है। गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए इमरजेंसी की आलोचना की।

राष्ट्रपति ने इमरजेंसी के दंश का जिक्र करते हुए कहा कि आज 27 जून को ही 1975 में आपातकाल लागू किया गया था। आपातकाल संविधान पर हमलों का काला अध्याय था। उस दौर में पूरे देश में हाहाकार मचा था, लेकिन देश ने ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर जीत हासिल करके दिखाई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के मूल्य में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं।

पीएम मोदी ने भी उठाए थे सवाल

वहीं, पीएम मोदी ने संसद को संबोधित करते हुए कहा आपातकाल के 49 साल पूरा होने पर कहा कि आज का दिन उन महापुरुषों को याद करने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल का काला दिवस याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस ने बुनियादी स्वतंत्रता के अधिकारों को नष्ट कर दिया था और भारत के संविधान को रौंदा, जिसका हर भारतीय बेहद सम्मान करता है।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Kumar Aditya

Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.

भागलपुर में खुला पटना का फैमस चिका लिट्टी स्पैम कॉल : दूरसंचार कंपनियों ने 50 संस्थाओं को बैन किया, 2.75 लाख कनेक्शन काटे भागलपुर : युवक का अवैध हथियार लहराते फोटो वायरल भागलपुर में पार्षद नंदिकेश ने तुड़वाया वर्षों से बंद पड़े शौचालय का ताला ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से स्कूल परिसर में किया पौधारोपण