भारत के राष्ट्रीय पर्व में पहली बार पूर्णिया प्रमंडल की बेटियां शामिल हो रही हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति की मौजूदगी में कर्तव्य पथ (राजपथ) पर झिझिया नृत्य की प्रस्तुति को लेकर छात्राओं में अपार खुशी है। इस बार गणतंत्र दिवस पर बिहार राज्य से झिझिया नृत्य का चयन किया गया है।
संस्कृति मंत्रालय द्वारा कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन के लिए पूर्णिया जिला से किलकारी के नृत्य दल के झिझिया नृत्य को बिहार से चयनित किया गया है। 26 जनवरी को देश के सभी राज्यों से 1300 बच्चे प्रस्तुति देने वाले हैं। कार्यक्रम के समापन के बाद प्रधानमंत्री आवास पर डिनर में भी बच्चे शामिल होंगे।
झिझिया नृत्य मिथिलांचल क्षेत्र का पारंपरिक लोक नृत्य है । इसकी प्रस्तुति बहुत ही कठिन होती है परन्तु किलकारी के बच्चों द्वारा अपने कठिन साधना से इसको आसान बनाया गया है। डायन-जोगिन के प्रभाव से बचाने के लिए मिथिलांचल का झिझिया नृत्य प्रसिद्ध है। इसकी पहचान एक अनुष्ठानिक गीत-नृत्य के रूप में है। इसमें गीत के क्रम में नृत्य का समायोजन है।
जिला पदाधिकारी द्वारा किलकारी के टीम को बेहतरीन तैयारी के साथ कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन करने हेतु निर्देश दिया गया. श्री रवि भूषण,प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक, किलकारी,पुर्णिया के द्वारा बताया गया कि अभी झिझिया नृत्य का दल कलकत्ता में प्रैक्टिस के लिए जायेगी वहां से जनवरी के प्रथम सप्ताह में दिल्ली जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करेगी.
श्री रवि भूषण के द्वारा जिला पदाधिकारी महोदय को बताया गया कि झिझिया नृत्य बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र का पारंपरिक लोक नृत्य है. इसकी प्रस्तुति बहुत ही कठिन होती है परन्तु किलकारी के बच्चों द्वारा अपने कठिन साधना से इसको आसान बनाया गया है. श्री रवि भूषण के द्वारा बताया गया की नृत्य दल के सभी बच्चों को दिल्ली के महत्वपूर्ण स्थानों पर घुमाया (भ्रमण) जायेगा.