कर्मचारी भविषय निधि संगठन (ईपीएफओ) ने मई महीने में शुद्ध रूप से (नेट) रिकॉर्ड 19.50 लाख सदस्यों को जोड़ा है। मई में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में से 58 फीसदी से अधिक 18-25 आयु वर्ग के हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि मई में शुद्ध रूप से रिकॉर्ड 19.50 लाख सदस्य जोड़े गए हैं। ये संख्या सालाना आधार पर मई 2023 की तुलना में 19.62 फीसदी ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक मई 2024 के दौरान करीब 9.85 लाख नए सदस्यों ने नामांकन कराया है। अप्रैल 2024 के मुकाबले नए सदस्यों में 10.96 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि सालाना आधार पर इसमें 11.5 फीसदी की वृद्धि हुई है।
पेरोल आंकड़ों के अनुसार करीब 14.09 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर हो गए थे, जो बाद में फिर शामिल हो गए। आंकड़ों के लिंग-वार विश्लेषण के मुताबिक मई के दौरान जोड़े गए नए सदस्यों में करीब 2.48 लाख महिला सदस्य थीं। ये आंकड़ा मई 2023 की तुलना में 12.15 फीसदी ज्यादा है। पेरोल के राज्यवार आंकड़ों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा में सदस्यों की सबसे अधिक वृद्धि हुई है।
मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल 2018 में ईपीएफओ के जब पहली बार पेरोल आंकड़े जारी हुए तब से मई 2024 महीने में सबसे अधिक सदस्य बढ़े। मई 2024 में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग की 58.37 फीसदी हिस्सेदारी है।