ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर भारत में आज राजकीय शोक, आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज

IMG 0764

ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के सम्मान में आज भारत में एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है।एक हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति रईसी की रविवार को मौत हो गई थी। हालांकि उनकी मौत की पुष्टि सोमवार को की गई।

मुख्य तथ्य

  • ईरान के राष्ट्रपति के सम्मान में भारत में आज राजकीय शोक
  • सरकारी इमारतों पर आधा झुका रहेगा तिरंगा
  • रविवार को हेलीकॉप्टर हादसे में हुई थी राष्ट्रपति रईसी की मौत

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन के साथ सात अन्य लोगों की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में रविवार को मौत हो गई. भारत सरकार ने राष्ट्रपति रईसी के सम्मान में आज (मंगलवार) को एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. जिसके चलते आज देशभर की सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “पूरे भारत में शोक के दिन सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. इसके साथ ही देश में कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम  का आयोजन नहीं किया जाएगा।”

भारत के लिए के लिए काफी अहम थे रईसी

बता दें कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में आकस्मिक मौत को भारत के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है. क्योंकि राष्ट्रपति रईसी ने ही चीन और पाकिस्तान के दबाव के बावजूद चाबहार बंदरगाह को भारत को सौंपने का रास्ता साफ किया था. इसके अलावा ईरान के इस्लामिक देश होने के बाजवूद रईसी ने कश्मीर मामले पर भी हमेशा भारत का समर्थन किया।

गौरतलब है कि भारत ने कुछ दिन पहले ही ईरान के चाबहार में स्थित शाहिद बेहेश्ती बंदरगाह के संचालन और विकास के लिए 10 वर्ष का अनुबंध हासिल किया था. यह बंदरगाह भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि ये बंदरगाद अब भारत के लिए अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों तक पहुंच का रास्ता बन गया है।

बता दें कि चीन ने जब से पाकिस्तान की ग्वादर बंदरगाह पर अपने पैर जमाए हैं, तब से भारत के लिए रणनीतिक तौर पर यह जरूरी हो गया था कि अरब सागर में भारत अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए चाबहार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराए. बता दें कि साल 2003 में पहली बार भारत-ईरान के बीच इस बंदरगाह के विकास और संचालन को लेकर सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए थे, लेकिन, दो दशक तक ये डील पक्की नहीं हो पाई. साल 2017 में भारत ने बेहेश्ती बंदरगाह पर टर्मिनल का निर्माण कर उसका संचालन शुरू किया, लेकिन इस बंदरगाह के दीर्घकालिक समझौते की डील इस साल यानी 2024 में पूरी हो पाई।

अजरबैजान में क्रैश हुआ था राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर

ईरान के राष्ट्पति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर रविवार को पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पर्वतीय वन क्षेत्री में पहाड़ियों से टकराकर क्रैश हो गया. जिस वक्त हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ उस वक्त वहां घना कोहरा था. लगातार हो रहा बारिश और खराब मौसम की वजह से खोज एवं बचाव दल को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और उन्हें दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में काफी देर लग गई. सोमवार सुबह तक बचाव दल दुर्घटनास्थल तक पहुंच पाया।

ईरान में पांच दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा

राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर ईरान में पांच दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है. उधर प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने रईसी के निधन पर देश में पांच दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।