पाकिस्तान ने उत्तर बिहार में बेरोजगारों, युवाओं को संगठन से जोड़कर बड़ा नेटवर्क बनाया है। पाकिस्तान में बैठे आका से वर्चुअल तार से 200 से अधिक युवाओं के जुड़ने की आशंका है। पाकिस्तानी संगठन युवाओं से साइबर अपराध करवा रहे हैं। सकरा से गिरफ्तार मो. अली के मोबाइल में भी पाकिस्तान के नंबर से संचालित अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप मिले हैं, जिसमें दर्जनों युवा जुड़े हैं।
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े युवाओं में धार्मिक कट्टरता का जहर घोला जा रहा है। पाकिस्तान, वियतनाम और इंडोनेशिया के संगठन चैटिंग के माध्यम से उन्हें निर्देश दे रहे हैं। पेशी के दौरान जब अली से कोर्ट में पूछा गया कि अपने उपर लगे आरोप के संबंध में उसका क्या कहना है, उसने जवाब दिया कि अल्लाह और रसूल के खिलाफ जो भी अभद्र टिप्पणी करेगा, उसे गोली मार दूंगा। उत्तर बिहार में पाकिस्तान के नंबर से संचालित व्हाट्सएप नंबर से कॉल कर बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड किए जा रहे हैं।
मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, वैशाली, सीतामढ़ी और बेतिया में पाकिस्तान के नंबर से सैकड़ों लोगों को साइबर फ्रॉड की कॉल आई। पिछले दो महीने में इस नेटवर्क से जुड़े 20 युवाओं की गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर से हुई है।