उफान पर बिहार की प्रमुख नदियां, कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ा!
बिहार में पिछले कई दिनों से मानसून सक्रिय है और कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। कई जिलों में बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है, जिससे राज्य में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। नदियों में जलस्तर बढ़ने से आसपास के क्षेत्र प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक, बागमती, कोसी, कमला बलान जैसी नदियों में उफान है।
वहीं गंड़क, बागमती, कोसी और महानंदा नदियों के जलस्तर में कुछ स्थानों पर कम होने और कुछ स्थानों पर बढ़ने के संकेत हैं। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि मुजफ्फरपुर जिले के रेवा घाट में गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार की सुबह खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे थे जिसमें बुधवार को 27 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है। वहीं घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 102 सेंटीमीटर नीचे था। इसके जलस्तर में बुधवार को 50 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है।
बीते दिन मंगलवार को गोपालगंज जिले के डुमरियाघाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 116 सेंटीमीटर ऊपर था। मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर था। खगड़िया जिला के बालोतरा में कोसी नदी का जलस्तर 81 सेंटीमीटर ऊपर था। इसी बीच केंद्रीय जल आयोग ने आज यानी बुधवार को गंडक नदी का जलस्तर 18 सेंटीमीटर कम और बागमती नदी का जलस्तर 49 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना जताई है। खगड़िया जिला के बालोतरा में कोसी नदी के जलस्तर में परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है।
बता दें कि भागलपुर में गंगा और कोसी नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। भागलपुर में गंगा नदी के जलस्तर में पिछले 12 घंटे में 34 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। मंगलवार को गंगा नदी 28.32 मीटर पर बह रही थी। हालांकि, चेतावनी स्तर 30.48 मीटर से 2.16 मीटर नीचे बह रही है। फिलहाल स्थिति सामान्य बताई जा रही है। नवगछिया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मदरौनी में कोसी नदी का जलस्तर पिछले 12 घंटे में 11 सेंटीमीटर की वृद्धि से दर्ज किया गया है।
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