श्रेया हत्याकांड की सूचना पर शनिवार की शाम औरंगाबाद के नवीनगर पहुंचे पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह, उनकी पत्नी शिवहर सांसद लवली आनंद, बेटे विधायक चेतन आनंद एवं बेटी डॉ आयुषी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और पुलिस प्रशासन से घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही पीड़ित को उचित मदद का आश्वासन दिया है।
रविवार को शहर के ज़िला अतिथि गृह में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि चिकित्सक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई संतोष जनक नही है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से संदर्भ में बातचीत कर आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा अज्ञात शव की तरह श्रेया का पोस्टमार्टम किया गया। इस हत्याकांड को हल्के न लिया जाए। मामले में एसआईटी टीम का गठन करना काफ़ी नहीं है बल्कि दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई हो।
उन्होंने संदेह व्यक्त किया है कि तीन-चार लड़कों की ग्रुप ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है, क्योंकि मृत छात्रा का शव जिस स्थिति में पाया गया है, वह कहीं से भी आत्महत्या नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में पुलिस त्वरित कार्रवाई करें। ताकि कोई दूसरा श्रेया कांड औरंगाबाद जिले में नहीं हो। अन्यथा यह मामला कहीं विस्फोटक का काम न करें और पुलिस के कंट्रोल से यह बाहर हो जाए। उन्होंने कहा कि मैंने रोहतास जिलाधिकारी से बात की हैं, जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पुनः जांच की मांग की हैं।
सांसद लवली आनंद ने कहा है कि मृत छात्रा का पोस्टमार्टम एक अज्ञात शव के रूप में लापरवाही से किया गया है जबकि इस तरह के मामले में डॉक्टरों की टीम गठित करने के बाद पोस्टमार्टम किया जाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को हल्के में ले रही है। जबकि यह दिल्ली की निर्भया कांड की तरह दूसरा मामला है। उन्होंने औरंगाबाद एसपी से बात की और जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने की बात कही। विदित हो कि कोचिंग के लिए निकली छात्रा 11 जून को लापता हो गई थी। इंद्रपुरी बराज से उसका सड़ा हुआ शव 14 जून को मिला था। शरीर से स्कीन तक निकल गई थी। श्रेया हत्याकांड का यह मामला तूल पकड़ लिया है। घटना की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई को लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.