कटिहार : जिला पुलिस ने एक नकली डीएसपी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। नकली डीएसपी की पहचान आजमनगर के नारायणपुर निवासी मो. अख्तर हुसैन और उसके सहयोगी की पहचान डंडखोरा के सकरैली निवासी मेहरूद्दीन खां के रूप में हुई है। फर्जी डीएसपी के पिता होमगार्ड जवान हैं।
एएसपी सह सदर एसडीपीओ अभिजित कुमार ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि सूचना मिल रही थी कि एक व्यक्ति फर्जी प्रशिक्षु डीएसपी बनकर क्षेत्र में अवैध रूप से विवादित जमीन का सेटलमेंट करा कर ठगी कर रहा है। सूचना पर एएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने डंडखोरा के भमरैली में वाहन चेकिंग अभियान के दौरान सोनैली की ओर से आ रही एक कार से वर्दीधारी नकली डीएसपी और उसके सहयागी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नकली डीएसपी मो. अख्तर हुसैन ने खुद को 66वें बैच का प्रशिक्षु डीएसपी और वर्तमान में मोतिहारी जिले में पदस्थापित बताया। वह पूर्व में दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था।
जमीन का सेटलमेंट कराता:दरअसल, पूरा मामला जिले के डंडखोरा थाना इलाके का है. जहां पुलिस ने फर्जी डीएसपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जानकारी देते हुए कटिहार सदर एसडीपीओ अभिजीत कुमार सिंहने बताया कि पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति फर्जी प्रशिक्षु डीएसपी बनकर क्षेत्र में अवैध रूप से आम जनता के ऊपर अपना प्रभाव दिखाते हुए विवादित जमीन का सेटलमेंट कराते है. इसी दौरान डंडखोरा थाना क्षेत्र में वाहन जांच के दौरान सोनैली की ओर से आ रही टियागो कार को जब रोका गया तो ट्रेनी डीएसपी गिरफ्तार किया गया.
खुद को ट्रेनी डीएसपी बताया:उन्होंने बताया कि वाहन जांच के दौरान गाड़ी में एक ड्राइवर और वर्दी पहना हुआ आरोपी को पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार डीएसपी खुद को 66 वीं बैच का ट्रेनी डीएसपी बता विवादित जमीन का सेटलमेंट करने का काम किया करता था.
“गिरफ्तार आरोपी के पास से एक टियागो कार, बिहार पुलिस सर्विस लिखा हुआ आई कार्ड, मोबाइल, बैंक एटीएम समेत अन्य कागजात बरामद हुए है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.” –अभिजीत कुमार सिंह, सदर एसडीपीओ, कटिहार