बिहार : कर्ज में डूबे युवक ने खुद ही अपहरण का नाटक रचकर पिता से डेढ़ लाख रुपए की फिरौती की मांग की। पुलिस ने उसे बरामद कर लिया है। मालसलामी थाना क्षेत्र के जमुनापुर में रहने वाले मुरारी शर्मा का बेटा नीरज कुमार ने अगवा होने का नाटक कर पिता को कॉल कर डेढ़ लाख रुपये की फिरौती की मांग की। पीड़ित पिता ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
छानबीन के दौरान पुलिस ने मिले सुराग के आधार पर नीरज को दीदारगंज चेक पोस्ट स्थित एमआरएफ टायर हाउस के पीछे से बरामद कर लिया। उसके पास से काले रंग के बैग में दस हजार रुपये व दो मोबाइल बरामद किया गया।
डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने बताया कि पिता की सूचना के बाद एसएसपी के निर्देश पर टीम गठित कर छानबीन शुरु की गयी। पूछताछ में पता चला कि नीरज कर्ज में डूबा था। जिसको लेकर उसने अगवा होने का नाटक रचा और पिता से फिरौती की मांग की।
आईए जाने पूरी कहानी
जमुनापुर निवासी 28 वर्षीय नीरज ने कर्ज चुकता करने के लिए स्वयं ही अपहरण का नाटक कर पिता नीरज शर्मा को कॉल कर कहा कि बेटे का अपहरण हो गया है। बेटे की सकुशल वापसी चाहते हो तो डेढ़ लाख रुपये का इंतजाम कर कर लो। पिता ने अगवा बेटे की सकुशल रिहाई के लिए मालसलामी थाना को लिखित आवेदन दिया। पुलिस ने वैज्ञानिक एवं तकनीकी पद्धति से जांच की और आठ घंटे के अंदर अगवा नीरज को दीदारगंज चेक पोस्ट से बरामद कर मामले का खुलासा किया। मंगलवार को यह जानकारी डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने दी। पिता ने सोमवार को मालसलामी थाना की पुलिस का आवेदन दिया कि अज्ञात अपराधियों ने बेटे नीरज को अगवा कर लिया है और रिहाई के लिए बतौर फिरौती डेढ़ लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।
एसएसपी राजीव मिश्र के निर्देश में अगवा युवक की रिहाई के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी सेल ने मोबाइल लोकेशन पर निगरानी शुरू की। पुलिस को लाइन मिली कि अगवा नीरज दीदारगंज क्षेत्र में है। पुलिस ने निगरानी और सुरक्षा के बीच नीरज को चेकपोस्ट के पास से बरामद कर लिया। नीरज के पास से काला रंग के हैंडबैग में दस हजार रुपए व दो मोबाइल फोन मिले। डीएसपी ने बताया कि नीरज ने बताया कि उसने चार लाख रुपए कर्ज में दबे होने की वजह से खुद के अपहरण की साजिश रच माता पिता से फिरौती मांगी थी। हालांिक अपहरण की फर्जी कहानी में स्वयं फंस गया। छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह, दारोगा अखिलेश कुमार, अभिषेक कुमार, अविनाश कुमार, अमित कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।