सावन माह में हर साल कल्कि जयंती समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह जयंती शनिवार को मनाई जाएगी। कल्कि जयंती समारोह से एक दिन पहले 9 अगस्त को संभल के ऐंचोड़ा कंबोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड मां के नाम’ अभियान के संकल्प के तहत पौधरोपण किया जाएगा।
श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम की मौजूदगी में पौधरोपण अभियान शुरू किया जाएगा। इस मौके पर नेपाल से महामंडलेश्वर साहिल बाबा महाराज द्वारा नक्षत्र वाटिका का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही सत्संग और भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।
इस अभियान के तहत 9 अगस्त को श्री कल्कि धाम के प्रांगण में 108 पौधरोपण किए जाएंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की साक्षी विभिन्न क्षेत्रों की विभूतियां एवं देश के कोने-कोने से आने वाले श्री कल्कि भक्त होंगे। इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए श्री कल्कि धाम के प्रवक्ता पंकज चाहल ने बताया कि किसी भी धाम द्वारा चलाया जाने वाला यह प्रथम पौधरोपण अभियान होगा। जिसमें एक साल में सवा लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
श्री कल्कि जयंती समारोह से पहले श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तैयारियों का जायजा लिया। इसके साथ आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”एक पेड़ मां के नाम को समर्पित इस दिव्य समारोह में भगवान श्री कल्कि नारायण के भक्तों का स्वागत है।”
बता दें कि भगवान विष्णु के 10वें और आखिरी अवतार भगवान कल्कि के मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने 19 फरवरी को किया था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माना गया है कि कलयुग के अंत में भगवान विष्णु कल्कि के रूप में अवतार लेंगे।
उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिर भगवान विष्णु के 10वें अवतार भगवान कल्कि को समर्पित है। दुनिया भर में यह मंदिर सबसे अनोखा है। भगवान विष्णु के जिस अवतार के लिए मंदिर का निर्माण हो रहा है, अभी वह प्रकट ही नहीं हुआ है।
धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार यूपी के संभल जिले में होगा। इसके अलावा मंदिर में भगवान विष्णु के 10 अवतार के लिए दस अलग-अलग गर्भगृह बनाए जाएंगे।