कार्तिक पूर्णिमा पर विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाएंगे श्रद्धालु
कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को गंगा के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। पूर्णिमा के दिन शिव योग और कृतिका नक्षत्र का संयोग बन रहा है। हालांकि रविवार को पूर्णिमा दोपहर 328 में प्रवेश कर गया और सोमवार को दोपहर 217 तक रहेगा। उदया तिथि मान्य होने के कारण स्नान-ध्यान व दान-पुण्य सोमवार को होगा।
पूर्णिमा प्रवेश के साथ रविवार को कई मंदिरों में पूजा-पाठ व भगवान को भोग लगाया गया। संकट मोचन दरबार के पंडित चंद्रशेखर झा ने बताया कि मंदिर में सत्यनारायण प्रभु का पूजा-पाठ किया गया। इसके बाद संध्या के समय भजन-कीर्तन हुआ। सोमवार को भी पूजा व भजन-कीर्तन होगा। वहीं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नया बाजार स्थित सखीचंद्र घाट के पास जगन्नाथ मंदिर में संध्याकालीन 56 भोग लगाया गया। गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने आरती पूजन किया। भगवान को खीर, मिठाई, मेवा आदि का भोग लगाया गया। इस मौके पर पंडित समीर कुमार मिश्रा, सौरभ कुमार मिश्रा, आनंद मिश्रा, अपराजिता आदि मौजूद थे।
उधर, ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि इस बार पूर्णिमा कृतिका नक्षत्र रविवार से शुरू हो गया है जो सोमवार को दिन के 0205 मिनट तक रहेगा। इस दिन गंगा स्नान तथा सायंकाल में दीपदान का विशेष महत्व है। इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार लिया था। इसी दिन गंगा-गंडक के संगम पर गज और ग्राह का युद्ध हुआ था।
उन्होंने बताया कि गज की करुणामयी पुकार सुनकर विष्णु ने ग्राह का संहार कर गज की रक्षा की थी। इन्हीं कारणों से हिन्दुओं के लिए पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा विशेष स्थान है। पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से मनुष्य के सभी तरह के पापों का क्षय होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु, गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले गुरु नानक देव जी के जन्म के दिन को गुरु पर्व नाम से भी जाना जाता है।
दीप जलाने से भगवान विष्णु की रहेगी कृपा, यश और कीर्ति मिलेगी मान्यता है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा को दीप जलाने से भगवान विष्णु की खास कृपा मिलती है। घर में धन, यश और कीर्ति आती है। इसीलिए इस दिन लोग विष्णु का ध्यान करते हुए मंदिर, पीपल, चौराहे या फिर नदी किनारे बड़ा दिया जलाते हैं। दीप खासकर मंदिरों से जलाए जाते हैं।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.