अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं, साथ ही 17वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है.
मुख्य तथ्य
- इससे पहले 28 फरवरी को महाराष्ट्र से जारी की गई थी पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त
- लगभग तीन करोड़ किसान किन्हीं कारणों के चलते रह गए थे योजना के लाभ से वंचित
- सरकारी नियमों को फॅालो न करने वाले किसानों को हो सकता है नुकसान
अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं, साथ ही 17वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि विभागीय सूत्रों का दावा है कि लाभार्थियों की फाइल तैयार हो चुकी है. जिन किसानों के खाते में 17वीं किस्त का लाभ पुहंचेगा उसका डाटा भी तैयार कर लिया गया है. नई सरकार के गठन के बाद योजना की 17वीं किस्त जारी कर दी जाएगी.. आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के एक कार्यक्रम के दौरान 16वीं किस्त किसानों के खाते में ट्रांसफर की थी. जिसमें किन्हीं त्रुटियों के चलते लगभग 3 करोड़ किसान लाभ से वंचित रह गए थे.. इस बार ऐसा न हो इसके लिए किसानों को त्रुटियां सही करना बहुत जरूरी है..
चुनाव बाद 17वीं किस्त देने की योजना
दरअसल, अभी देश में आम चुनाव चल रहे हैं, लास्ट यानि सातवें चरण का मतदान 1 जून को निर्धारित है. इसके बाद 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने हैं. इसके बाद लगभग 15 जून तक नई सरकार का गठन होगा. यानि जून का माह सरकार के गठन व अन्य कार्यक्रमों में गुजर जाएगा. विभागीय सूत्रों का मानना है कि जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को 17वीं किस्त जारी कर दी जाएगी. हालांकि अभी इसकी कोई भी आधिकारिक घोषणा सरकार की ओर से नहीं की गई है. लेकिन विभागीय अधिकारियों का कहना है कि फाइल तैयार है. सरकार की ओर से निर्देश होते ही किसानों के खाते में 17वीं किस्त ट्रांसफर कर दी जाएगी…
ये तीनों काम कराना अब भी जरूरी
वहीं आपको बता दें कि यदि किसी किसान ने अभी तक भी ईकेवाईसी नहीं कराई है तो तुरंत करा लें. क्योंकि इससे पहले ईकेवाईसी की वजह से ही 3 करोड़ किसानों को योजना के लाभ से बाहर कर दिया गया था. इसके साथ ही सभी लाभार्थी किसानों को भूसत्यापन कराना भी जरूरी है. इस कारण अगर आप 17वीं किस्त का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको जल्द से जल्द योजना में अपनी ई-केवाईसी व भूसत्यापन करा लेना जरूरी है.