बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शुक्रवार को उन दावों का खंडन किया कि बोर्ड ने किसी पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर से भारत का मुख्य कोच बनने के लिए संपर्क किया है। उन्होंने यह कहकर संकेत दिया कि नए कोच को देश में खेल के ढांचे की गहरी समझ होनी चाहिए। कोच पद के लिए आवेदन देने की आखिरी तारीख 27 मई है।
समझा जाता है कि द्रविड़ ने बोर्ड को बता दिया है कि वह कार्यकाल में और विस्तार नहीं चाहते। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग और जस्टिन लैंगर ने दावा किया है कि उन्होंने इस पद की पेशकश ठुकरा दी है। कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर और पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को भी इस पद के प्रमुख दावेदारों में माना जा रहा है। शाह ने एक बयान में कहा, मैंने या बीसीसीआई से किसी ने भी किसी ऑस्ट्रेलियाई पूर्व क्रिकेटर से कोच के पद के लिए संपर्क नहीं किया है। इस आशय की खबरें गलत हैं। पोंटिंग व लेंगर इंडियर प्रीमियर लीग में क्रमश: दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जाइंट्स के कोच हैं।
भारतीय कोच होने का संकेत : द्रविड़ के बाद भारतीय को ही कोच चुनने का संकेत देते हुए शाह ने कहा, सही कोच तलाशना लंबी प्रक्रिया है। हम ऐसा व्यक्ति ढूंढ रहे हैं जिसे भारतीय क्रिकेट के ढांचे की गहरी समझ हो और अपने हुनर से शिखर तक पहुंचा हो।
पोंटिंग ने गुरुवार को कहा था कि उन्हें पद की पेशकश की गई थी पर उनकी जीवनशैली से मेल नहीं खाने के कारण उन्हें इसे ठुकरा दिया।
दौड़ में कौन : इस बीच खबरें हैं कि बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को कोच बनाने के लिए संपर्क किया था। इसी दौरान हरभजन सिंह ने भी कोच बनने की इच्छा जताई थी।
रिकी पोटिंग
कौन: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान। आईपीएल में दिल्ली के कोच।
क्या कहा था: मुझे भारतीय कोच के पद की पेशकश की गई थी पर अभी मेरी जीवनशैली से मेल नहीं खाने के कारण मैंने इसे ठुकरा दिया।
जस्टिन लेंगर
कौन: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर। लखनऊ सुपर जायंट्स के कोच हैं।
क्या कहा था: आईपीएल में आपको दबाव लगता है तो उससे हजारों गुना भारतीय टीम की कोचिंग में है। यह पद आकर्षक है पर मेरे लिए नहीं।