शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक गुरुवार को नूरसराय स्थित डायट (शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान) पहुंचे। डायट की प्राचार्य फरहत जहां से भवन से संबंधित जानकारी ली तथा निरीक्षण किया। डायट में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे नवनियुक्त शिक्षकों से बातचीत की।उन्होंने कहा कि 90 फीसद स्कूल गांव में ही हैं। इसलिए सभी शिक्षकों को गांव में ही रहना होगा। ताकि, समय पर स्कूल पहुंचने में किसी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़े और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके। उन्होंने कहा कि अगले साल तक सूबे के सभी स्कूलों में कम्प्यूटर की व्यवस्था करा दी जाएगी।
ताकि, बच्चों को बेसिक शिक्षा के साथ कम्प्यूटर शिक्षा भी मिल सके। अपर मुख्य सचिव ने सभी शिक्षकों को कम्प्यूटर सीखने की नसीहत दी। कहा कि गांव के स्कूलों में नियमित रूप से सुबह से शाम तक पढ़ाई कराने की व्यवस्था करायी गयी है।
साढ़े तीन बजे के बाद से मिशन दक्ष कार्यक्रम के तहत कमजोर बच्चों को विशेष शिक्षा दी जा रही है।
मौके पर अपर राज्य परियोजना निदेशक (एसपीडी) रवि शंकर, डीईओ मो.जियाउल होदा खां, डीपीओ(माध्यमिक) मो.शाहनवाज, डीपीओ (एमडीएम)अनिल कुमार, बीईओ आनंद शंकर, मो.परवेज आलम, व्याख्याता निर्मला जोशी व अन्य मौजूद थे।
दिनभर शिक्षा विभाग में हलचल की स्थित
केके पाठक के नालंदा आगमन को लेकर गुरुवार को पूरे दिन शिक्षा विभाग में हलचल की स्थिति बनी रही। हर कोई अपर मुख्य सचिव के आने की जानकारी एक दूसरे से लेते रहे। खासकर मुख्य मार्गों के किनारे स्थित स्कूलों के शिक्षक काफी चौकस दिखे। जिला शिक्षा कार्यालय में भी अधिकारी से लेकर कर्मी तक अलर्ट मोड में नजर आये।