दिल्ली हाईकोर्ट ने राजधानी में बढ़े तापमान को लेकर चिंता जताई है। अदालत ने हाल ही में तापमान में 52.3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए कहा कि यदि वर्तमान पीढ़ी वनों की कटाई पर उदासीन दृष्टिकोण जारी रखती है तो वह दिन दूर नहीं है, जब यह शहर केवल एक बंजर रेगिस्तान बनकर रह जाएगा।
बीते बुधवार को दिल्ली के मुंगेशपुर इलाके में अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री दर्ज किया गया, जो शहर में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला ने कहा कि इस तथ्य पर न्यायिक संज्ञान लिया गया है। हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति नजमी वजीरी ने सूचित किया था कि बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर पा रहे हैं।
15 जून से अधिक की देरी न हो
न्यायमूर्ति ने कहा कि ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया जा सकता, जहां अध्यक्ष कार्यालय, सचिवीय और सहायक कर्मचारियों या परिवहन की कमी के कारण जिम्मेदारी का निर्वहन न कर सकें। कोर्ट ने वन विभाग को मामले में आगे बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा, किसी भी स्थिति में मंजूरी में 15 जून से अधिक की देरी न हो।