खरीक प्रखंड में कोसी नदी का भीषण कटाव जारी है। जिसके कारण ग्रामीणों में भारी दहशत का माहौल है। गांवों के लोग रतजगा कर अपने-अपने घरों की रखवाली कर रहे हैं। महिलाएं गांव में गीत गाकर कोसी मैया से शांत होने की विनती कर रही हैं। लेकिन उफनाई कोसी पूरे इलाके को लीलने के लिए हिलोर मार रही है।
वहीं, सिंहकुंड के जिलेबियामोड़ टोला, छड़्ड़ापट्टी के बाद शनिवार से सिमतरला के पास भी भीषण कटाव हो रहा है। कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि बचाव कार्य भी बेअसर साबित हो रहे हैं। वहीं, ग्रामीण सूरज सिंह राजपूत, उमेश ठाकुर, अजय सिंह, घोघो राय, उदय ठाकुर आदि ने बताया कि बचाव कार्य काफी धीमी गति से हो रहा है। जहां भीषण कटाव हो रहा है, वहां मात्र चार मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है। ऐसे में कटाव की रफ्तार पर कैसे विराम लगेगा। वहीं, कोसी नदी लगातार गांव की ओर बढ़ रही है। जिसके कारण कई घर पूरी तरह कटाव के मुहाने पर आकर खड़े हैं। वहीं, दूसरी ओर कोसी नदी के ही चोरहर में हो रहे कटावरोधी कार्य का बिहपुर विधायक ई. कुमार शैलेन्द्र ने शनिवार को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्य करा रही एजेंसी को तेजी के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का सख्त निर्देश दिया।
नवगछिया में गंगा और कोसी नदी उफान पर
नवगछिया। अनुमंडल में गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। नवगछिया बाढ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 12 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में 19 सेमी और कोसी के जलस्तर में16 सेमी की वृद्धि हुई है। इस्माईलपुर-बिंद टोली में शनिवार की सुबह छह बजे गंगा नदी 30.13 मीटर पर बह रही थी जो चेतावनी स्तर 30.60मीटर से मात्र 47 सेमी नीचे है। वहीं कोसी नदी में मदरौनी में शनिवार की सुबह 29.26 मीटर पर बह रही है, जो चेतावनी स्तर 30.48 मीटर से मात्र एक मीटर 22 सेंटीमीटर नीचे है।