सुपौल। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। नतीजा है कि कोसी बराज पर गुरुवार शाम सात बजे दो लाख 26 हजार 555 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया है जो बढ़ने के क्रम में है। जबकि बराह क्षेत्र में 1 लाख 11 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज मापा गया। जो घटने के क्रम में है। जबकि बराह क्षेत्र में पानी घट रहा है। 1 लाख 11 हजार क्यूसेक जलस्तर रिकॉर्ड किया गया। कुल 56 फाटक में से 20 फाटक खोले गए हैं। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता मनोज कुमार रमण ने बताया कि पूर्वी कोसी तटबंध के स्पर 16.98 पर पानी का थोड़ा दवाब है। हालांकि स्थिति सामान्य है। तटबंध पर चौकसी बढ़ा दी गयी है। उन्होंने बताया कि नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश होने के कारण बराह क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने से कोसी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है।
महानंदा लाल निशान के पार तो किसान सूखे खेत से परेशान
कटिहार। जिले में महानंदा बड़ी तबाही का संकेत दे रही है। हालांकि कई प्रखंडों में सूखे जैसी स्थिति है लेकिन कुछ प्रखंडों महानंदा और उसकी सहायक नदियों का पानी फैलने लगा है। उफनाई महानंदा नदी का जलस्तर आजमनगर में खतरे के निशान से छह सेमी ऊपर हो गया है जबकि दुर्गापुर में खतरा के निशान पर है। रात तक यहां भी नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की आशंका बनी हुई है। इधर जिले के अधिकांश प्रखंडों में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। इस बाबत किसान गजेन्द्र कुमार यादव, जगन्नाथ साह, संतोष कुमार मंडल, रतन कुमार सिंह ने बताया कि उनलोगों ने खेत की जुताई कर ली है। धान का बीज उपलब्ध है। बावजूद बारिश के अभाव में बिचड़ा नहीं गिरा सके हैं।