उत्तर भारत में घने कोहरे से दिन के तापमान में भारी गिरावट आई है। कोहरे के चलते शुक्रवार को भी उड़ानें और ट्रेन संचालन बाधित रहा। वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी वीआइपी ट्रेन भी 20 घंटे से भी अधिक की देरी से चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले कुछ दिनों में ज्यादा दिखेगा। इस वजह से तापमान में गिरावट होगी और पांच से 11 जनवरी के बीच दिल्ली के कई इलाकों में शीत लहर चल सकती है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में, नए वर्ष का आगाज कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच होगा।
कोहरे के चलते वंदे भारत, राजधानी, शताब्दी, हमसफर सहित लगभग 150 ट्रेनें घंटों विलंब से दिल्ली पहुंचीं। कई ट्रेनें 10 से 20 घंटे की देरी से पहुंचीं। इस कारण इनके प्रस्थान समय में बदलाव करना पड़ा। वाराणसी-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस (22436) गुरुवार को 20:31 घंटे की देरी से दिल्ली पहुंची। शुक्रवार को यह निरस्त कर दी गई थी। भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस शुक्रवार को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन से 17:20 घंटे की देरी से रवाना हुई। लखनऊ -नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस शुक्रवार को सही समय पर रवाना हुई, लेकिन नई दिल्ली पहुंचने तक 1:26 घंटे लेट हो गई।
दृश्यता घटने से दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं और 20 से अधिक ट्रेन लेट हुईं। उत्तर प्रदेश में कोहरे की वजह से हुए सड़क हादसों में 15 लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने दो दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकांश स्थानों पर घने से बहुत घना कोहरा पड़ने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार सुबह दृश्यता लगभग 150 मीटर दर्ज की गई। इसके चलते 100 से ज्यादा विमानों ने दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने में देरी हुई। कुछ विमानों की सेवा शुक्रवार को रद्द भी रही। गोरखपुर में खराब मौसम के कारण दिल्ली से आई विमान की लैंडिंग नहीं हो पाई और विमान का वापस लौटना पड़ा।
रेल सेवाओं पर भी कोहरे का असर देखने को मिला। दिल्ली आने वाली 20 गाड़ियां देरी से पहुंची। इनमें से कुछ गाड़ियां से पांच घंटे की देरी से पहुंची। कम दृश्यता के कारण उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का हेलीकॉप्टर मथुरा नहीं उतर सका। उन्हें आगरा से एक्सप्रेस वे के रास्ते मथुरा जाना पड़ा।