क्या है 10 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

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हिंदू पंचांग के अनुसार सोमवार, 10 अप्रैल 2024 का दिन कैसा रहेगा। राहु काल का समय क्या है? जानें किस समय शुभ कार्य करें या नहीं।

आज का पंचांग – 10 अप्रैल 2024 बुधवार चैत्र शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज भरणी नक्षत्र है. भरणी नक्षत्र को हिंदी में “भरणी” नाम से भी जाना जाता है. यह एक प्रमुख नक्षत्र है जो वृषभ राशि में स्थित है. भरणी नक्षत्र का स्वामी शुक्र होता है और इसका स्थानांतरणी शक्तियों, संवेदनशीलता, सौम्यता, और सहानुभूति के लिए प्रसिद्ध है. भरणी नक्षत्र के जातकों को सामाजिक होने की विशेषता होती है और उन्हें लोगों के साथ मेलजोल में बहुत ही साहसिक बनाती है. हर दिन पंचांग के अनुसार अगर आप कोई भी शुभ कार्य करते हैं तो आपको उसमें लाभ भी मिलता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में ग्रहों और नक्षत्रों की दशा के अनुसार कई कार्यों को करने की सलाह दी जाती है, ऐसे ही कुछ कार्यों से बचने की सलाह भी दी जाती है. बुधवार को 10 अप्रैल 2024 के दिन किसी भी कार्य को करने का सबसे शुभ मुहूर्त क्या है और इस दिन किस समय आपको कोई भी अच्छा काम करने से बचना चाहिए जान लें. साथ ही इस दिन का दिशा शूल क्या है, सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के समय और चंद्रोदय के समय से जुड़ी हर जानकारी आप यहां ले लें।

आज का पंचांग

तिथि- द्वितीया – 17:34:27 तक

नक्षत्र- भरणी – 27:06:07 तक

करण- बालव – 07:00:38 तक, कौलव – 17:34:27 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- विश्कुम्भ – 10:36:50 तक

वार- बुधवार

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- कोई नहीं

दिशा शूल- उत्तर

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 11:57:04 से 12:48:00 तक

कुलिक- 11:57:04 से 12:48:00 तक

कंटक- 17:02:35 से 17:53:30 तक

राहु काल- 12:22:32 से 13:58:00 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 06:51:34 से 07:42:29 तक

यमघण्ट- 08:33:24 से 09:24:19 तक

यमगण्ड- 07:36:07 से 09:11:35 तक

गुलिक काल- 10:47:04 से 12:22:32 तक

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 06:00:38

सूर्यास्त- 18:44:26

चन्द्र राशि- मेष

चन्द्रोदय- 06:50:59

चन्द्रास्त- 20:42:59

ऋतु- वसंत

हिंदू कैलेंडर के अनुसार दिन के हर हिस्से में शुभ और अशुभ समय का उल्लेख होता है. पंचांग में प्रतिदिन राहु काल का समय भी दिया गया है. इसलिए यदि आप कोई भी शुभ कार्य शुभ समय में करते हैं और अशुभ समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचते हैं तो इसका भी आपको लाभ मिलता है।