क्या है 11 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
हिंदू धर्म में पंचांग का बहुत महत्व है. राहुकाल से लेकर शुभ-अशुभ समय आज क्या रहने वाला है आइए जानते हैं.
आज का पंचांग – 11 जून 2024 मंगलवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज आश्लेषा नक्षत्र है. अश्लेषा नक्षत्र, राशि चक्र का नौवां नक्षत्र है, जो पूरी तरह से कर्क राशि में आता है. इस नक्षत्र का नाम “आश्लेषा” संस्कृत शब्द “आ” (जिसका अर्थ है “साथ”) और “श्लेष” (जिसका अर्थ है “जोड़ना”) से मिलकर बना है. इसका अर्थ है “एक साथ जुड़ना” या “जोड़ना”. यह नक्षत्र सर्प का प्रतीक है, जो नाग देवता का प्रतिनिधित्व करता है. इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह बुध है. बुध ग्रह के प्रभाव के कारण, अश्लेषा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग बुद्धिमान और ज्ञानी होते हैं. इनमें सीखने और समझने की क्षमता बहुत अच्छी होती है. बुध ग्रह के प्रभाव के कारण, इन लोगों में संचार कौशल भी बहुत अच्छा होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार आज का दिन कैसा रहने वाला है और शुभ और अशुभ घड़ी के साथ ही आज राहु काल का समय क्या है आइए सब जानते हैं.
आज का पंचांग
तिथि- पंचमी – 17:29:34 तक
नक्षत्र- आश्लेषा – 23:39:36 तक
करण- बालव – 17:29:34 तक
पक्ष- शुक्ल
योग- व्याघात – 16:46:28 तक
वार- मंगलवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं
सूर्योदय- 05:22:35
सूर्यास्त- 19:19:08
चन्द्र राशि- कर्क – 23:39:36 तक
चन्द्रोदय- 09:39:59
चन्द्रास्त- 23:27:59
ऋतु- ग्रीष्म
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत- 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत- 2081
काली सम्वत- 5125
प्रविष्टे / गत्ते- 29
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
मास अमांत- ज्येष्ठ
दिन काल- 13:56:32
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त- 08:09:53 से 09:05:39 तक
कुलिक- 13:44:30 से 14:40:16 तक
कंटक- 06:18:21 से 07:14:07 तक
राहु काल- 15:49:59 से 17:34:33 तक
कालवेला / अर्द्धयाम- 08:09:53 से 09:05:39 तक
यमघण्ट- 11:01:25 से 11:57:12 तक
यमगण्ड- 08:51:43 से 11:36:17 तक
गुलिक काल- 12:20:51 से 14:05:25 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त)
अभिजीत- 11:52:58 से 12:48:44 तक
दिशा शूल
दिशा शूल- उत्तर
हिंदू पंचांग का उपयोग धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए मुहूर्तों का चयन, उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों के लिए किया जाता है.
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