क्या है 13 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

Panchang

दैनिक पंचांग लोगों को उनके दैनिक जीवन के कार्यों के लिए महत्वपूर्ण दिशा और मार्गदर्शन प्रदान करता है. यह उन्हें उनके कार्यों को शुभ बनाने और समय को अनुकूल बनाने में मदद करता है.

आज का पंचांग – 13 जून 2024 गुरुवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र है. पूर्वा फाल्गुनी एक विशेष नक्षत्र है जो ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण माना जाता है. यह नक्षत्र भारतीय ज्योतिष विज्ञान में सिंह राशि में स्थित है. इसका स्वामी सूर्य है और इसकी प्रारंभिक नक्षत्राधिपति भगवान भग हैं. इस नक्षत्र के अनुसार जन्मे व्यक्ति को सामर्थ्य, धर्म और समृद्धि की प्राप्ति में सफलता मिलती है. इस नक्षत्र के जातक साहसी, उत्साही और नेतृत्व क्षमता रखते हैं. हिंदू पंचांग, हिंदू धर्म के अनुसार जारी किया जाने वाला एक प्रमुख लुगबाग है जिसमें संस्कृत शब्द ‘पंच’ (पाँच) और ‘आंग’ (अंग) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है “पाँच अंगों का पत्रिका”.

आज का पंचांग

तिथि- सप्तमी – 21:35:25 तक

नक्षत्र- पूर्वा फाल्गुनी – 29:08:56 तक

करण- गर – 08:24:25 तक, वणिज – 21:35:25 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- वज्र – 18:04:27 तक

वार- गुरूवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:22:39

सूर्यास्त- 19:19:50

चन्द्र राशि- सिंह

चन्द्रोदय- 13:31:00

चन्द्रास्त- 24:25:00

ऋतु- ग्रीष्म

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1946   क्रोधी

विक्रम सम्वत- 2081

काली सम्वत- 5135

प्रविष्टे / गत्ते- 31

मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ

मास अमांत- ज्येष्ठ

दिन काल- 13:57:10

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 10:01:43 से 10:57:32 तक, 15:36:36 से 16:32:24 तक

कुलिक- 10:01:43 से 10:57:32 तक

कंटक- 15:36:36 से 16:32:24 तक

राहु काल- 14:05:54 से 15:50:33 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 17:28:13 से 18:24:02 तक

यमघण्ट- 06:18:28 से 07:14:17 तक

यमगण्ड- 05:22:39 से 07:07:18 तक

गुलिक काल- 08:51:57 से 10:36:36 तक

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 13:53:21 से 13:49:09 तक

दिशा शूल

दिशा शूल- दक्षिण

दैनिक पंचांग एक प्रकार का हिंदू पंचांग होता है जो दैनिक आधार पर प्रकाशित होता है. यह दैनिक रूप से उपलब्ध कराया जाने वाला पंचांग, वार, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, व्रत, त्यौहार, उपयुक्त मुहूर्त, राहुकाल, गुलिकाल, दिन के शुभ और अशुभ समय, इत्यादि के साथ एक पूर्ण ज्ञानाधारक स्त्रोत होता है.