क्या है 14 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय

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क्या है 14 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय।

आज का पंचांग – 14 अप्रैल 2024 रविवार चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज मृगशिरा नक्षत्र है.हिन्दू पंचांग के अनुसार आज आर्द्रा नक्षत्र है. आर्द्रा नक्षत्र भारतीय ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण नक्षत्र है. यह नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र के बाद आता है और मिथुन राशि में स्थित होता है. आर्द्रा नक्षत्र का स्वामी कुट्बुध गण होता है और यह राहु के नक्षत्रों में से एक है. यह नक्षत्र मिथुन राशि के साथ जुड़ा होता है और चंद्रमा के द्वारा प्रभावित होता है. आर्द्रा नक्षत्र के लोग चालाक, विवेकी, और बुद्धिमान होते हैं. इन्हें व्यापार और वित्तीय मामलों में सफलता मिलती है और वे बुद्धिमत्ता से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करते हैं. आर्द्रा नक्षत्र के जातक अक्सर उत्तेजित और उत्साही होते हैं, लेकिन वे अपनी चालाकी और सामर्थ्य के साथ ही अधिक आत्मनिर्भर होते हैं. ये लोग संवेदनशील होते हैं और अपने विचारों और विचारों को समझने में कुशल होते हैं. आर्द्रा नक्षत्र वाणी, विचार, और बुद्धिमत्ता के साथ जुड़ा होता है और जातकों को संघर्ष के बावजूद उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

आज का पंचांग

तिथि- षष्ठी – 11:46:14 तक

नक्षत्र- आर्द्रा – 25:35:30 तक

करण- तैतिल – 11:46:14 तक, गर – 23:54:16 तक

पक्ष- शुक्ल

योग- अतिगंड – 23:32:20 तक

वार- रविवार

शुभ समय (शुभ मुहूर्त)

अभिजीत- 11:55:49 से 12:47:11 तक

दिशा शूल- पश्चिम

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)

दुष्टमुहूर्त- 17:03:58 से 17:55:19 तक

कुलिक- 17:03:58 से 17:55:19 तक

कंटक- 10:13:06 से 11:04:28 तक

राहु काल- 17:10:23 से 18:46:41 तक

कालवेला / अर्द्धयाम- 11:55:49 से 12:47:11 तक

यमघण्ट- 13:38:32 से 14:29:54 तक

यमगण्ड- 12:21:30 से 13:57:48 तक

गुलिक काल- 15:34:05 से 17:10:23 तक

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं

सूर्योदय- 05:56:20

सूर्यास्त- 18:46:40

चन्द्र राशि- मिथुन

चन्द्रोदय- 10:07:00

चन्द्रास्त- 24:56:00

ऋतु- वसंत

हिंदू पंचांग के अनुसार दिन के हर प्रहर में शुभ और अशुभ समय बताया जाता है. राहु काल का समय भी हर दिन पंचांग में दिया जाता है. तो आप कोई भी शुभ कार्य अगर किसी शुभ मुहूर्त में करते हैं और किसी शुभ काम को अशुभ मुहूर्त में करने से बचते हैं तो इससे भी आपको लाभ मिलता है।