क्या है 18 जून 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल
आज निर्जला एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार आज की शुभ घड़ी क्या है और राहु काल कितने बजे से कितने बज तक रहने वाला है आइए जानते हैं.
आज का पंचांग – 18 जून 2024 मंगलवार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि है. इसे निर्जला एकादशी भी कहा जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज स्वाति नक्षत्र है. पंचांग का उपयोग शुभ तिथियों, मुहूर्तों और व्रतों का निर्धारण करने के लिए किया जाता है. हिन्दू धर्म में, कई धार्मिक अनुष्ठान और व्रत केवल विशिष्ट तिथियों और मुहूर्तों पर किए जाते हैं. पंचांग इन तिथियों और मुहूर्तों का ज्ञान प्रदान करता है, जिससे लोग इन अनुष्ठानों और व्रतों को सही तरीके से कर सकते हैं दैनिक पंचांग में, स्वाति नक्षत्र का अर्थ शुभ और समृद्ध होता है. यह नक्षत्र तुला राशि के चार चरणों में फैला हुआ है. स्वाति नक्षत्र के देवता वायु देवता माने जाते हैं. वायु देवता गति, शक्ति और परिवर्तन का प्रतीक हैं. कुछ मान्यताओं के अनुसार, स्वाति नक्षत्र के देवता इंद्र देव भी हैं. इंद्र देव देवताओं के राजा और वर्षा के देवता माने जाते हैं. दैनिक पंचांग में स्वाति नक्षत्र का अर्थ शुभ और समृद्ध होता है. इस नक्षत्र के जातक संतुलित, बुद्धिमान, सृजनात्मक और परोपकारी होते हैं. वे विभिन्न क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं और आमतौर पर स्वस्थ जीवन जीते हैं.
आज का पंचांग
तिथि- एकादशी – 06:26:46 तक
नक्षत्र- स्वाति – 15:56:37 तक
करण- विष्टि – 06:26:46 तक, बव – 19:03:25 तक
पक्ष- शुक्ल
योग- शिव – 21:38:08 तक
वार- मंगलवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं
सूर्योदय- 05:23:14
सूर्यास्त- 19:21:20
चन्द्र राशि- तुला
चन्द्रोदय- 15:58:00
चन्द्रास्त- 26:48:00
ऋतु- ग्रीष्म
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत- 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत- 2081
काली सम्वत- 5125
प्रविष्टे / गत्ते- 4
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
मास अमांत- ज्येष्ठ
दिन काल- 13:58:06
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त- 08:10:52 से 09:06:44 तक
कुलिक- 13:46:06 से 14:41:59 तक
कंटक- 06:19:07 से 07:14:59 तक
राहु काल- 15:51:49 से 17:36:35 तक
कालवेला / अर्द्धयाम- 08:10:52 से 09:06:44 तक
यमघण्ट- 10:02:37 से 10:58:29 तक
यमगण्ड- 08:52:46 से 10:37:32 तक
गुलिक काल- 12:22:17 से 14:07:03 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त)
अभिजीत- 11:54:21 से 12:50:14 तक
दिशा शूल
दिशा शूल- उत्तर
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