दैनिक पंचांग में तिथि, नक्षत्र और योग का बहुत महत्व है. प्रत्येक तत्व का अपना विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है.
आज का पंचांग – 19 जुलाई 2024 शुक्रवार आषाढ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज मूल नक्षत्र है. त्रयोदशी तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार मास की तेरहवीं तिथि होती है. इसे विशेष रूप से शिव पूजा के लिए शुभ माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की आराधना और व्रत करने से अनेक पुण्यों की प्राप्ति होती है. मूल नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से 19वां नक्षत्र है. यह नक्षत्र केतु ग्रह द्वारा शासित होता है. एंद्र योग हिंदू ज्योतिष में महत्वपूर्ण योगों में से एक है. यह योग चंद्रमा और बृहस्पति की स्थिति पर निर्भर करता है. इस योग में किए गए कार्य धन और समृद्धि लाते हैं. यह योग विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक गतिविधियों के लिए शुभ माना जाता है. एंद्र योग व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य और सफलता लाता है. इस योग में आरंभ किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है.
आज का पंचांग
तिथि- त्रयोदशी – 19:43:21 तक
नक्षत्र- मूल – 26:55:44 तक
करण- कौलव – 08:20:07 तक, तैतिल – 19:43:21 तक
पक्ष- शुक्ल
योग- एन्द्र – 26:40:21 तक
वार- शुक्रवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं
सूर्योदय- 05:35:24
सूर्यास्त- 19:19:05
चन्द्र राशि- धनु
चन्द्रोदय- 17:48:59
चन्द्रास्त- 27:56:00
ऋतु- वर्षा
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत- 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत- 2081
काली सम्वत- 5125
प्रविष्टे / गत्ते- 4
मास पूर्णिमांत- आषाढ
मास अमांत- आषाढ
दिन काल- 13:43:40
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त- 08:20:09 से 09:15:03 तक, 12:54:42 से 13:49:37 तक
कुलिक- 08:20:09 से 09:15:03 तक
कंटक- 13:49:37 से 14:44:31 तक
राहु काल- 10:44:17 से 12:27:14 तक
कालवेला / अर्द्धयाम- 15:39:26 से 16:34:21 तक
यमघण्ट- 17:29:15 से 18:24:10 तक
यमगण्ड- 15:53:09 से 17:36:07 तक
गुलिक काल- 07:18:22 से 09:01:19 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त)
अभिजीत- 11:59:47 से 12:54:42 तक
दिशा शूल
दिशा शूल- पश्चिम
धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए हिंदू पंचांग से शुभ मुहूर्त देखे जाते हैं. उत्सवों के तारीखों का निर्धारण, शुभ कार्यों के लिए समय निर्धारण, ग्रहण और सूर्यग्रहण की तारीखों का निर्धारण, और धार्मिक त्योहारों के महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी भी हिंदू पंचांग देखकर बतायी जाती है.